गुरू रहमान की गिरफ्तारी के लिए कई ठिकानों पर छापेमारी, अग्निपथ स्कीम को लेकर छात्रों को भड़काने का आरोप

गुरू रहमान की गिरफ्तारी के लिए कई ठिकानों पर छापेमारी, अग्निपथ स्कीम को लेकर छात्रों को भड़काने का आरोप

PATNA: पटना के अदम्य अदिति गुरुकुल कोचिंग के संस्थापक गुरू रहमान की गिरफ्तारी की लिए पुलिस ने सोमवार को उनके कई ठिकानों पर छापेमारी की लेकिन वे हाथ नहीं आए। पुलिस की टीम अभी भी उनके घर और कोचिंग के बाहर मौजूद है। परिवार के सदस्यों और कोचिंग के स्टाफ से फिलहाल पूछताछ की जा रही है। गुरू रहमान पर  छात्रों को उकसाने का गंभीर आरोप लगा हैं।


बता दें कि गुरू रहमान के खिलाफ दानापुर थाने में केस दर्ज हुआ है जिसके बाद पुलिस कार्रवाई कर रही है। पटना एसएसपी ने मानवजीत सिंह ढिल्लों ने बताया कि 17 जून को एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ था जिसमें गुरू रहमान अग्निपथ स्कीम को लेकर छात्रों को भड़काने का काम कर रहे हैं। इस वीडियो में वे छात्रों को ट्रेन रोकने और उग्र प्रदर्शन करने के लिए उकसाते दिख रहे हैं। इस वीडियो के वायरल होने के बाद ही छात्र भड़के थे। 


जिसके बाद दानापुर रेलवे स्टेशन के अंदर और बाहर उपद्रवियों ने जमकर बवाल मचाया। यही नहीं कई ट्रेनों को आग के हवाले कर दिया था। पूरे स्टेशन परिसर में जमकर तोड़फोड़ की गयी थी। वीडियो सामने आने के बाद कोचिंग संचालक गुरू रहमान के खिलाफ दानापुर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी। जिसके बाद उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। गुरु रहमान के आवास और कोचिंग में छापेमारी की गयी।


अग्निपथ योजना के विरोध में हिंसक प्रदर्शन हुआ था जिसमें गुरू रहमान का नाम आया है। गुरू रहमान पर छात्रों को भड़काने का आरोप है। एसएसपी ने बताया कि फिलहाल उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। वे अभी फरार चल रहे हैं। उनके नया टोला स्थित आवास और कोचिंग संस्थान में छापेमारी की गयी है। ऐसे में गुरू रहमान की मुश्किलें बढ़ती दिख रही है। क्योंकि पटना पुलिस यह दावा कर रही है कि गुरू रहमान को वो किसी भी हाल में गिरफ्तार करके रहेंगे। 


उधर सासाराम के काराकाट स्थित इटवा से एक कोचिंग संचालक रमेश यादव को गिरफ्तार किया गया है। रमेश यादव पर 'अग्निपथ योजना' को लेकर व्हाट्सएप ग्रुप बनाने और  छात्रों को भड़काने का आरोप है। एसपी आशीष भारती ने इस बात की जानकारी दी है। 


गौरतलब है कि पिछले दिनों भी रेलवे एनटीपीसी परीक्षा को लेकर छात्रों ने जमकर तोड़फोड़ की थी और रेलवे की संपत्ति को नुकसान पहुंचाया था। इस मामले में भी पटना के पत्रकार नगर थाने में कुछ कोचिंग संचालकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गयी थी। जिसके बाद कोचिंग संचालक से पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया था।