गुप्तेश्वर पांडे का VRS वाला नोटिफिकेशन हटाया गया, गृह विभाग की वेबसाइट पर मंगलवार रात हुआ था अपलोड

गुप्तेश्वर पांडे का VRS वाला नोटिफिकेशन हटाया गया, गृह विभाग की वेबसाइट पर मंगलवार रात हुआ था अपलोड

 PATNA : बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे के वीआरएस लेने की खबर ने मंगलवार की रात सियासी से लेकर प्रशासनिक गलियारे तक में हलचल मचा दी थी. गृह विभाग की वेबसाइट पर सरकार की तरफ से जारी अधिसूचना को अपलोड किया गया था लेकिन अब यह आदेश गृह विभाग की वेबसाइट पर दिख नहीं रहा है. गृह विभाग की ऑफिशियल वेबसाइट से इस नोटिफिकेशन क्यों नहीं खुल रहा है. यह कई सवाल पैदा करता है.



 गुप्तेश्वर पांडे के वीआरएस लेने संबंधी अधिसूचना को आखिर गृह विभाग की वेबसाइट से किन परिस्थितियों में हटाया गया यह एक बड़ा सवाल पैदा करता है.  जबकि बाकी अपलोड फाइल खुल रहा है. 



कल जारी हुआ था नोटिफिकेशन

कल बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय के वीआरएस लिए जाने के बाद आईपीएस अफसर संजीव कुमार सिंघल को पुलिस महानिदेशक का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था. बिहार सरकार की ओर से इसकी अधिसूचना जारी कर दी गई थी. 1988 बैच के सीनियर आईपीएस अफसर संजीव कुमार सिंघल फिलहाल होमगार्ड के निदेशक के रूप में कार्यरत हैं। 1987 बैच के आईपीएस अफसर गुप्तेश्वर पांडेय के स्वैच्छिक सेवानिवृत्त के बाद एसके सिंघल को बिहार के डीजीपी के रूप में अतिरिक्त प्रभार दिया गया था. डीजीपी का कार्यकाल पूरा होने के लगभग 5 महीने पहले ही गुप्तेश्वर पांडेय ने पद से वीआरएस ले लिया है. बिहार सरकार की ओर से डीजीपी के स्वैच्छिक सेवानिवृति को लेकर अधिसूचना जारी कर दी गई थी. पिछले कई दिनों से लगातार ये ख़बरें सामने आ रही थीं कि डीजीपी इसबार के विधानसभा चुनाव में अपना किस्मत आजमाने को लेकर अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं. लेकिन अचानक क्यों नोटिफिकेशन हटाया गया.



गुप्तेश्वर पांडेय 1987 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. पिछले साल 31 जनवरी 2019 को उन्हें बिहार का डीजीपी बनाया गया था. फिलहाल उनका कार्यकाल पूरा होने में करीब 5 महीने का समय बाकी था. डीजीपी के रूप में गुप्तेश्वर पांडेय का कार्यकाल 28 फरवरी 2021 को पूरा होने वाला था. 31 साल की सेवा में गुप्तेश्वर पाण्डेय एएसपी, एसपी, एसएसपी, डीआईजी, आईजी, एडीजी के रूप में बिहार के 26 जिलों में काम कर चुके हैं. अपने कार्यकाल के दौरान गुप्तेश्वर पांडेय बिहार के कई बड़े जिलों में पुलिस कप्तान की भूमिका में रहें. इन्हें मुजफ्फरपुर रेंज के आईजी के रूप में भी बड़ी जिम्मेदारी दी गई थी.