PATNA: शिवसेना गुप्तेश्वर पांडेय का पीछा छोड़ने वाली नहीं है. शिवसेना ने एलान कर दिया है कि बिहार के डीजीपी पद से वीआरएस देकर चुनाव मैदान में उतरे गुप्तेश्वर पांडेय के खिलाफ अपना उम्मीदवार उतारेगी. चाहे वह कोई भी विधानसभा से चुनाव लड़ें.
बिहार में चुनाव लड़ने को लेकर बिहार के शिवसेना प्रभारी संजय राउत से मुलाकात कर चुके हैं. संजय राउत ने भी इसको लेकर तैयार हैं. बताया जा रहा है कि 40-45 सीटों पर शिवसेना बिहार में अपना उम्मीदवार उतारेगी. शिवसेना के कई सीनियर नेता वर्चुअल रैली को संबोधित भी करेंगे. पिछले विधानसभा चुनाव में भी शिवसेना ने बिहार में 80 सीटों पर चुनाव लड़ा था. जिसके कारण कई दलों का वोट कटा था.
टिकट पर संकट
जेडीयू में शामिल हुए गुप्तेश्वर पांडेय के चुनाव लड़ने पर संकट मंडरा रहा है. वह बक्सर सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं, लेकिन किसी भी कीमत पर बीजेपी यह सीट छोड़ने के लिए राजी नहीं है. दूसरी सीट ब्रह्मपुर बताया जा रहा है, लेकिन यहां भी संभावना कम है. ऐसे में गुप्तेश्वर पांडेय के टिकट को लेकर संशय बरकरार है. बीजेपी-जेडीयू के उम्मीदवारों के एलान के बाद ही यह संशय साफ हो पाएगा. बता दें कि गुप्तेश्वर पांडेय पहले ही कह चुके हैं कि उनको 14 जगहों से टिकट का ऑफर है और वह बिहार के कही से भी निर्दलीय चुनाव जीत सकते हैं. अब देखना है कि उनके दावे में कितना दम है.
जेडीयू नेता हैं गुप्तेश्वर पांडेय
डीजीपी पद से वीआरएस देकर चुनावी मैदान में उतरे गुप्तेश्वर पांडेय जेडीयू में शामिल हो गए हैं. सुशांत सिंह राजपूत केस में गुप्तेश्वर पांडेय ने मुंबई पुलिस पर कई बातों को लेकर निशाना साधा था. वह रिया चक्रवर्ती पर भी विवादित बयान दे चुके हैं. गुप्तेश्वर पांडेय के बयान से महाराष्ट्र की राजनीति गर्म हो गई थी. यही कारण था कि शिवसेना के नेता संजय राउत ने बीजेपी का आदमी गुप्तेश्वर पांडेय को बताया था और महाराष्ट्र को बदनाम करने का आरोप लगाया था.