गुप्तेश्वर पांडेय आज शाम JDU में होंगे शामिल, ललन सिंह और अशोक चौधरी करेंगे स्वागत

गुप्तेश्वर पांडेय आज शाम JDU में होंगे शामिल, ललन सिंह और अशोक चौधरी करेंगे स्वागत

PATNA: इस वक्त की बड़ी खबर पटना से आ रही है. गुप्तेश्वर पांडेय आज शाम जेडीयू में शामिल होंगे. जेडीयू नेता ललन सिंह और मंत्री अशोक चौधरी गुप्तेश्वर पांडेय का स्वागत करेंगे. 

कल शामिल होने की थी चर्चा

बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय कल भी जेडीयू ऑफिस पहुंचे थे तो यह चर्चा तेज हो गई थी कि जेडीयू में शामिल होंगे. लेकिन गुप्तेश्वर पांडेय जेडीयू शामिल होने से इनकार कर दिया था. गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा था कि नीतीश कुमार को धन्यवाद देने के लिए जनता दल ऑफिस पहुंचे थे. गुप्तेश्वर पांडे ने कहा था कि वह अभी चुनाव लड़ने को लेकर कोई रणनीति नहीं बनाए हैं. केवल नीतीश कुमार से मुलाकात करने के लिए पहुंचे थे.नीतीश कुमार ने मुझे स्वतंत्र रूप से मेरे कार्यकाल में मुझे काम करने दिया इसीलिए आज उन्हें जेडीयू कार्यालय में धन्यवाद देने आया हूं. चुनाव लड़ने की अभी तक कोई मंशा नहीं है.

14 जगहों से टिकट ऑफर का किया था दावा

आपको बताते दे कि गुप्तेश्वर पांडे ने 22 सितंबर को वीआरएस लिया था और 23 सितंबर को उन्होंने खुलकर मीडिया से बातचीत की थी. गुप्तेश्वर पांडेय ने बड़ा दावा किया था कि वह बिहार के किसी भी जगह से निर्दलीय चुनाव अपने दम पर जीत सकते हैं. यही नहीं गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि उनको विधानसभा का चुनाव लड़ने के लिए 14 जगहों उनको ऑफर मिला है.

बिहार के लोग करते हैं प्यार

गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा था कि मुझे बिहार के लोग काफी प्यार करते हैं. मैं कही से भी खड़ा हो जाओ तो लोग मुझे चुनाव जीता सकते हैं. गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि मेरे वीआरएस लेने से कोई चुनाव का संबंध नहीं है. इसको चुनाव के साथ जोड़ना गलत है. मेरे अपर वीआरएस लेने का दवाब था. मैंने वीआरएस ले लिया है. गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा  था कि  लोगों के सवालों से उठकर वीआरएस लेने का फैसला किया हर दिन उन्हें हजारों फोन आते थे कि क्या उन्होंने वीआरएस ले लिया है. हर दिन लोगों के सवालों का जवाब देना मुश्किल था. इसलिए उन्होंने खुद वीआरएस लेने का फैसला किया. गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि उन्होंने पुलिस की सेवा पूरे निष्ठा के साथ की है और आगे जिस क्षेत्र में भी काम करेंगे निष्ठा बनी रहेगी. वीआरएस लेने के बाद गुप्तेश्वर पांडेय ने जिस तरह नीतीश सरकार के कसीदे पढ़े हैं.