1st Bihar Published by: Ganesh Samrat Updated Tue, 06 Jun 2023 12:59:48 PM IST
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PATNA: भागलपुर में गंगा पर बन रहे अनुवानी पुल के एक हिस्से के ध्वस्त होने के बाद सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं। पूरे मामले पर एक बार फिर डिप्टी सीएम और पथ निर्माण मंत्री तेजस्वी यादव ने सफाई दी है और कहा है कि पुल की गुणवत्ता को लेकर पहले से ही संदेह था और नेता प्रतिपक्ष रहते हुए पहली बार जब पुल का हिस्सा गिरा था तो मामले को उठाया था। उन्होंने कहा कि आईआईटी रुड़की की रिपोर्ट आने के बाद नए सिरे से पुल का निर्माण कराया जाएगा।
तेजस्वी ने कहा है कि पूरे मामले की जांच कराई जा रही है, जो लोग भी इसमें दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। गड़बड़ी का मामला सामने आने के बाद उस वक्त की एनडीए सरकार ने भी जांच कराई थी। जांच रिपोर्ट के आधार पर हमारी सरकार ने निर्णय लिया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का यह ड्रीम प्रोजेक्ट रहा है। सरकार की कोशिश होगी कि तय समय सीमा के भीतर पुल का निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाए। पुल ध्वस्त होने में जो भी क्षति हुए है उसका हर्जाना संवेदक कंपनी को भरना होगा।
उन्होंने कहा कि इससे पहले भी जब पुल का एक हिस्सा गिरा था तो उस वक्त भी जो क्षति हुई थी उसे सरकार पर नहीं आने दिया गया था और इसबार भी जो नुकसान हुआ है उसकी भरपाई सरकार को नहीं बल्कि निर्माण कंपनी को करनी होगी। निर्माण कंपनी को शो कॉज नोटिस जारी किया जा रहा है और पूछा जाएगा कि घटना क्यों हुई। उन्होंने कहा कि कंपनी से सरकार के करार के तहत जो भी उचित होगा वह कार्रवाई की जाएगी।
वहीं बीजेपी की तरफ से सीबीआई जांच की मांग करने के सवाल पर तेजस्वी ने कहा कि कौन क्या कहता है नहीं कहता है इसपर हमें कुछ नहीं कहना है। जांच में सबकुछ स्पष्ट हो जाएगा कि कौन लोग इसमें दोषी हैं। आईआईटी रूढती पहले से ही जांच कर रही है, सीबीआई कोई इंजीनियर तो है नहीं जो पुल की जांच करेगी। जब पहले से पुल के निर्माण में गड़बड़ी थी तो उसे फिर से क्यों काम किया गया, इस सवाल पर तेजस्वी ने कहा कि इसको लेकर पहले ही समीक्षा की गई थी उसके बाद कंपनी के सभी चीजों को लेकर स्पष्ट निर्देश दिया गया था।