DESK: कोरोना संकट में मुस्लिम समाज का दो चेहरा देखने को मिला है. एक तरफ जहां तब्लीगी जमाती कोरोना संक्रमण फैला रहे है और जांच करने के दौरान पुलिस और मेडिकल टीम पर हमला कर रहे है. लेकिन दूसरी तरफ मुस्लिम समुदाय के दो भाईयों ने कोरोना संकट में कोई भूखा न रहे इसको लेकर 25 बीघा के गेहूं को दान कर दिया. इस फैसले से कई अधिकारी भी चौंक गए.
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मध्य प्रदेश के दो भाईयों ने लिया बड़ा फैसला
गुना जिला के भुल्लनपुरा गांव रहने वाले दो मुस्लिम भाईयों ने कोरोना संकट में कोई अनाज के बिना भूखा नहीं रहे इसको लेकर अपने खेत में लगी 25 बीघे के गेहूं को दान करने का फैसला किया. इसकी जानकारी दोनों भाईयों ने डीएम को दी. जिसके बाद डीएम ने तुरंत एडीएम आरबी सिंडोसकर को खेत पर भेजा. जिसके बाद उनकी मौजूदगी में ही फसल की कटाई शुरू हो गई. करीब 130 क्विंटल खेत से गेहूं निकला. खेत से सीधा अनाज को गुना कोरोना रिलीफ फंड में जमा किया गया.
पिता की याद में कर दिया दान
दोनों किसान भाई रियाज जमा और उनके भाई मुस्तफा कमर जमा से जब अधिकारी ने दान करने के फैसले के बारे में पूछा तो दोनों भाईयों ने बताया कि शिया दाऊदी बोहरा जमात के धर्मगुरु आका मौला सैयदना सैफुद्दीन साहब ने अनुयायियों को निर्देश दिए हैं कि जितना संभव हो सके, जनकल्याण नीतियों पर चलें, गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करें. इसलिए ही अपने पिता के याद में अनाज को दान कर दिया. जिससे गरीब भाईयों और जरूरतमंदों का आहार बने. बता दें कि जिले के कई अधिकारी भी लोगों को इस संकट की घड़ी में साथ देने के लिए लोगों से अपील कर रहे हैं.
फैलाया कोरोना संक्रमण
बता दें कि निजामुद्दीन तब्लीगी जमात में विदेशों से कई लोग आए थे. इस जमात में शामिल होने के बाद सैकड़ों लोग कई राज्यों में गए और अपने साथ कोरोना वायरस लेकर गए और लोगों में फैलाते रहे हैं. जमात में शामिल कई जमाती की मौत हो चुकी है. करीब 1300 से तब्लीगी जमाती को कोरोना संक्रमण हुआ है. लॉकडाउन के बाद भी दो हजार तब्लीगी जमाती मस्जिद में छिपे. जिससे कोरोना का संक्रमण बढ़ा.सबसे अधिक जमाती कोरोना संक्रमित यूपी और दिल्ली में है. झारखंड में जमात में शामिल हुई मलेशिय की युवती रांची पहुंची और वह कोरोना पॉजिटिव निकली. उसके कारण हिंदपीढ़ी में 14 लोगों को कोरोना पॉजिटिव निकले. जिसमें एक की मौत हो चुकी है. लॉकडाउन के बाद भी मरकज के इमारत में 2 हजार से तब्लीगी जमाती जमा थे. संक्रमित जमातियों की जब टेस्ट और इलाज हो रहा है तो ये मेडिकल टीम और पुलिस पर हमला कर रहे है. लेकिन ये दोनों भाई मदद कर रहे हैं.