चंद्र ग्रहण के दौरान कभी ना ये काम, हो सकता है बड़ा नुकसान

 चंद्र ग्रहण के दौरान कभी ना ये काम, हो सकता है बड़ा नुकसान

DESK: सूर्य ग्रहण हो या चंद्रा ग्रहण ये एक खगोलीय घटना क्रम है पर इनका हिंदू धर्मं में बहुत महत्त्व है. इसे लोग शुभ नहीं मानते है. रविवार को लगने वाला ग्रहण इसलिए भी बेहद ख़ास हो जाता है क्योंकि इस दिन गुरु पूर्णिमा है. ये ग्रहण सुबह 8 बजकर 38 मिनट से शुरू होगा और 11 बजकर 21 मिनट पर समाप्त होगा. किसी भी ग्रहण के 12 घंटे पहले से सुतक काल शुरू हो जाता है. मंदिरों के कपाट बंद कर दिए जाते हैं. इस दौरान पूजा अर्चना नहीं की जाती, बस भगवान के मंत्रों का उच्चारण किया जाता है.  आइये जानते है इस दौरान क्या करना चाहिए और क्या नहीं.    

  • सूर्य ग्रहण हो या चंद्रा ग्रहण इन्हें सीधे देखने से बचना चाहिए. ग्रहण काल के दौरान खाना बनाने और खाने से बचना चाहिए. ग्रहण जब समाप्त हो जाये तो स्नान कर लेना अच्छा माना जाता है. इससे ग्रहण के प्रभाव को कम किया जाता है.
  • चंद्र ग्रहण के बाद बासी खाना या रात का बचा हुआ खाना नहीं खाना चाहिए. बचे हुए खाने को आप किसी जानवर को खिला दें. यदि घर में दूध या दूध से बनी चीजें रखी हैं तो उन्हें फेंकने की बजाए उनमें तुलसी के पत्ते डाल दें.
  • ग्रहण के समय गर्भवती महिलाओं को ग्रहण की छाया आदि से विशेष रूप से बचना चाहिए. क्योंकि ग्रहण की छाया का कुप्रभाव गर्भस्थ शिशु पर पड़ने का डर रहता है. इसके अलावा बुजुर्ग और पीड़ित व्यक्ति को भी बाहर जाने से परहे करना चाहिए.
  • सूतक काल में देवी देवतओं की पूजा वर्जित मणि जाती है. साथ ही इस ग्रहण काल की अवधि में लोगों को देवी-देवाओं की मूर्ति को स्पर्श करने से भी बचना चाहिए.
  • ग्रहण के समय बाल और नाखून कभी नहीं काटना चाहिए. इस समय कोई सिलाई-कढ़ाई का काम भी नहीं  करें. ये अशुभ माना जाता है. इस दौरान नुकीली चीजों जैसे की छुरी, कांटा या सूई का इस्तेमाल भी नहीं करना चाहिए.
  • ग्रहण के दौरान किसी नए व शुभ कार्य की शुरुआत करने से बचें. अन्यथा असफलता हाथ लग सकती है. साथ ही ग्रहण के समय कभी भी पति-पत्नी को शारीरिक संबंध नहीं बनाना चाहिए.
  • ग्रहण काल के दौरान मांस या मदिरा पान का सेवन भी नहीं करना चाहिए. ग्रहण काल की अवधि में नींद लेने से भी बचना चाहिए.
  • ग्रहण की अवधि शुरू होने से पहले खाने की चीजों में तुलसी के पत्ते डालकर रख दें. माना जाता है कि ऐसा करने से खाने की चीजों पर ग्रहण का प्रभाव नहीं पड़ता है. हालांकि, ऐसा करने के लिए ग्रहण काल से पहले ही तुलसी के पत्तों को तोड़ लेना चाहिए.
  • ग्रहण जब खत्म हो जाये तो स्नान करने के बाद दान करना बेहद शुभ माना जाता है. आप कोई सफेद वस्तुओं का दान कर सकते हैं. इसे बेहद शुभ माना जाता है. आप खाने की कोई सफेद वस्तु भी दान कर सकते है. ये दान किसी जरूरतमंदों को देना चाहिए .