PATNA: बीजेपी सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने पिछले दिनों कहा था कि हमारे पूर्वजों ने अगल गलती नहीं की होती तो आज सभी मुसलमान पाकिस्तान चले गए होते। गिरिराज सिंह के इस बयान पर जेडीयू ने पटलवार किया है। बिहार सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खान ने कहा है कि बीजेपी के लोग कभी भी आपसी सदभाव की बात नहीं करते हैं और सुर्खियों में बने रहने के लिए इस तरह की बयानबाजी करते रहते हैं लेकिन देशभर में हंसी के पात्र बन चुके ऐसे नेताओं को जनता अच्छी तरह से जान चुकी है और ऐसे नेताओं के कारण ही 2024 में बीजेपी की जमानत जब्त हो जाएगी।
दरअसल, दरअसल, राजधानी पटना के अशोक राजपथ पर पटना कॉलेज के पास स्थित ब्रह्मस्थान दुर्गा मंदिर को तोड़ा जा रहा है। इसको लेकर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा था कि, इस देश की पहचान सनातन संस्कृति से है। इस संस्कृति की पहचान दुर्गा, काली, लक्ष्मी जैसी देवियों से है। आज उन देवियों के मंदिर तोड़ा जा रहा है तो यह दुर्भाग्य की बात है। उन्होंने कहा था कि अगर बंटवारे के वक्त सभी मुसलमानों को पाकिस्तान भेज दिया गया होता और वहां के हिंदुओं को यहां लाया गया होता, तो आज ये नौबत नहीं आती। देश का दुर्भाग्य है कि हमारे पूर्वजों से बहुत बड़ी भूल हुई और उसी भूल का खामियाजा आज की पीढ़ी भुगत रही है।
इस बयान को लेकर जेडीयू ने गिरिराज सिंह पर जोरदार हमला बोला है। बिहार सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खान ने कहा है कि गिरिराज सिंह कभी भी काम की बात नहीं करते हैं। वे जान बूझकर ऐसी बात करते हैं कि वे सुर्खियों में बने रहें। गिरिराज सिंह न तो कभी विकास की बात करते हैं और ना ही भाईचारा की, उनका इतिहास हर कोई जान रहा है। देश की आजादी के लिए हिंदू और मुसलमान समेत सभी धर्मों के लोगों ने अपनी कुर्बानी दी थी लेकिन आज कुछ ऐसे लोग हैं जिनका काम ही है भाईचारा को बिगाड़ना। गिरिराज सिंह हमेशा से इसी तरह की बात करते रहे है लेकिन 2024 में देश की जनता इसका जवाब देगी और पूरे देश में बीजेपी की जमानत जब्त हो जाएगी।
जमा खान ने कहा कि बड़े ही विश्वास के साथ देश की जनता ने दिल्ली में बीजेपी को बैठाने का काम किया था लेकिन उसने सिर्फ उन्माद फैलाने का काम किया। ये लोग हमेशा इस तरह की हरकते करते रहते हैं ताकि वे सुर्खियों में बने रहें। हिन्दू-मुस्लिम की बात करने वाले नेता देश के लोगों के लिए हंसी के पात्र बन गए हैं और उनकी बातों का कोई वैल्यू नहीं देता है। हमारी सरकार हर धर्म और समुदाय के लोगों का सम्मान करती है, अगर मंदिर हटाने की बात सामने आ रही है तो सरकार उसे देखेगी और जो उचित होगा वह किया जाएगा।