Bihar News: 3 कमरे का घर और 3 करोड़ का बिल, बिजली विभाग के नए कारनामें की राज्य भर में चर्चा Bihar News: सड़क दुर्घटना में युवक की मौत, गुस्साई भीड़ ने सफारी को किया आग के हवाले PM Awas Yojana: बिहार में पीएम आवास योजना में वसूली का खेल! ऑनलाइन 12 हजार लेने के बाद भी नहीं मिला लाभ; स्क्रीनशॉट वायरल Bihar Politics: शकील अहमद ने खोले सीएम चेहरे पर पत्ते, इस दिन होगा फैसला! Patna Crime News: पटना का बड़ा कारोबारी तीन दिनों से लापता, अनहोनी की आशंका से सहमे परिजन Court Decision: पत्नी और बच्चों को जिंदा जलाने वाले दरिंदे को कोर्ट से फांसी, सास को उम्रकैद Vande Bharat Express Train: लापरवाही की हद! वंदे भारत एक्सप्रेस में यात्री के नास्ते में परोस दिया कीड़ा, पटना से हावड़ा जा रही थी ट्रेन PM Awas Yojana curruption: पीएम आवास योजना में रिश्वतखोरी का खुलासा, सहायक का वीडियो वायरल! Highway steel theft: जहानाबाद में भारतमाला परियोजना के छड़ चोरी कांड में खाकी पर उठे सवाल, पुलिस और नेतओं के गठजोड़ उजागर! Politics: उपेन्द्र कुशवाहा का निशाना, बीजेपी सांसद को दिया करारा जवाब, कॉलेजियम सिस्टम को बताया असली बीमारी!
DESK : एक कलेक्टर ने कर्मचारियों के साथ ही साथ खुद पर भी जुर्माना लगाया है. सुनने में यह मामला भले ही अजीब लगे पर यह पूरी तरह से सच है. मामला यूपी के गाजियाबाद का है.
जहां गाजियाबाद के कलेक्टर अजय शंकर पाण्डेय ने ऑफिस में हो रहे पानी बर्बादी को लेकर सामूहिक रुप से 10 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है. जुर्माने की राशि कलेक्टर सहित ऑफिस के 100 कर्मचारियों के वेतन से काटा जाएगा. जिसमें 30 अधिकारियों के वेतन से 100-100 रुपये काटे जाएंगे तो वहीं 70 कर्मचारियों के वेतन से 70-70 रुपये काटे जाएंगे.
बताया जाता है कि कलेक्टर अजय शंकर पाण्डेय पूरी तरह से समय और काम के पाबंद हैं. वे हर रोज सुबह 9.30 बजे ऑफिस पहुंच जाते हैं और अपने केबिन की सफाई भी खुद ही करते हैं. हर रोज की तरह अजय शंकर पाण्डेय जब ऑफिस पहुंचे और केबिन की सफाई करने के बाद रेस्ट रुम पहुंचे तो उन्हें पानी गिरने की आवाज सुनाई दी. जिसके बाद कलेक्टर ने जब कर्मचारियों से पूछा तो उन्होनें बताया कि 10 मिनट से पानी की टंकी ओवरफ्लो होकर गिर रही है. जिसके बाद कलेक्टर ने ऑफिस के अपने आप और 30 अधिकारी सहित 70 कर्मचारियों पर 10 हजार का जुर्माना लगा दिया.
इसके बाद कलेक्टर ने ऑफिस में मौजूद सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को कहा कि जल संरक्षण सभी का दायित्व है, पानी को बचना हर किसी का कर्तव्य है. इसलिए ये जुर्माना मुझ पर भी लागू होता है. जुर्माने की राशि जल संरक्षण विभाग में जमा होगी और इसे जल संरक्षण कार्यों में खर्च किया जाएगा.