1st Bihar Published by: Updated Thu, 21 Apr 2022 08:50:41 AM IST
- फ़ोटो
PATNA : अधीक्षक वंदना गुप्ता को लेकर अचानक से सुर्खियों में आया गायघाट रिमाइंड होम अब एक बार फिर से चर्चा में है। दरअसल गायघाट रिमांड होम में रहने वाली लड़कियों ने अधीक्षक पर यौन शोषण करवाने का आरोप लगाया था। इसका वीडियो भी वायरल हुआ था अब इस मामले में जांच को आगे बढ़ाने का जिम्मा 8 महिला मजिस्ट्रेट के कंधों पर होगी। दरअसल पटना के एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लों ने पटना सिटी के एडिशनल चीफ ज्यूडिशल मजिस्ट्रेट वन को लेटर लिखा है। गायघाट रिमांड होम मामले में 90 संवासिनों का बयान दर्ज करने के लिए ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट की कमेटी बनेगी। इसकी जिम्मेदारी 8 महिला मजिस्ट्रेट के ऊपर होगी।
जिल जज की तरफ से कमेटी गठित हो जाने के बाद गायघाट रिमांड होम में रह रही सभी 90 संवासिनों से पूछताछ होगी। रिमांड होम की अधीक्षक वंदना गुप्ता पर रिमांड होम से निकली दो संवासिनों ने गंभीर आरोप लगाते हुए महिला थाना में दो केस दर्ज कराया है। इस मामले में पुलिस सवाल भेजकर बंदना से पूछताछ कर चुकी है।
आपको बता दें की रिमांड होम की अधीक्षक वंदना गुप्ता पर गंभीर आरोप लगाए थे। पीड़िता ने कहा था कि अधीक्षक वहां रहने वाली लड़कियों को नशे का इंजेक्शन देती है। बाहर से पुरुष आते हैं। लड़कियों से जबरन गलत काम कराया जाता है। विरोध करने पर मारपीट की जाती है। वीडियो वायरल होने के बाद महिला विकास मंच से जुड़ीं महिलाएं आगे आई और केस दर्ज कराने के लिए डीएम, एसएसपी और महिला थाना का चक्कर लगाने लगीं पर केस दर्ज नहीं हुआ। समाज कल्याण विभाग ने भी अधीक्षक को क्लीनचिट दे दिया। हाईकोर्ट ने इस मामले का संज्ञान लिया। दबाव बढ़ने पर 10 और 13 फरवरी को दोनों संवासिनों के बयान पर महिला थाना में अलग-अलग केस दर्ज किया गया।