गया पुलिस पर एक युवक का गंभीर आरोप, आरोपी को पकड़ने के लिए गाड़ी में तेल भरवाती है पुलिस, केस बिगाड़ने की धमकी देकर 5 हजार रुपये भी ऐंठे

गया पुलिस पर एक युवक का गंभीर आरोप, आरोपी को पकड़ने के लिए गाड़ी में तेल भरवाती है पुलिस, केस बिगाड़ने की धमकी देकर 5 हजार रुपये भी ऐंठे

GAYA: पीड़ित युवक की मदद से हत्या के मुख्य आरोपी को गया पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गया पुलिस के लिए यह बड़ी सफलता की बात है। लेकिन हत्या के मुख्य आरोपी को पकड़वाने में पीड़ित युवक का भी बहुत बड़ा योगदान है। युवक को शाबाशी देने के बजाए गया पुलिस के दो जवानों ने उल्टे उसे चुना लगा दिया। पुलिस ने युवक से गाड़ी में पांच हजार रुपये का तेल भरवाने की मांग रखी।


पुलिस की इस मांग को सुनकर पीड़ित युवक हैरान रह गया। उसने अपनी मजबुरियां पुलिस को बतायी लेकिन पुलिस के ये दो जवान उसकी मजबुरियों को सुनने को तैयार नहीं थे। गाड़ी में तेल भरवाने से मना करने पर पुलिस कर्मियों ने उसे गालियां दी और पिटाई करने के लिए भी आगे बढ़े। पीड़ित युवक ने पुलिस की डर से pay phone के माध्यम से फतेहपुर रोड स्थित बृजमोहन फ्यूल पर जाकर 4,778 रुपए का तेल पुलिस वैन में भरवाया। पुलिस की गाड़ी में तेल भरवाते तस्वीर CCTV में कैद हो गई है। बात यहीं नहीं खत्म हुई गया पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश करने के लिए 5,000 रुपए भी युवक से ले लिया। धमकी भरे लहजे में यह कहा कि यदि पैसे नहीं दिए तो केस बिगाड़ देंगे।


बिहार के गया पुलिस के कारनामे एक से बढ़कर एक हैं। आरोपी को पकड़ने के एवज में पुलिस पीड़ित से गाड़ी में तेल भरवाती है। फिर आरोपी को कोर्ट में पेश करने के लिए भी पैसे लेती है। गया के फतेहपुर थानाध्यक्ष और केस के आईओ का यह सनसनीखेज कारनामा सामने आया है। जो पेट्रोल पंप में लगे CCTV में कैद हो गया है जो पुलिस के कार्यशैली पर बड़ा सवाल खड़ा कर रहा है। क्या बिना पैसे दिए पुलिस कोई काम नहीं करेगी? क्या बिना पैसे का चढ़ावा दिए पुलिस फरार हत्या के मुख्य आरोपी को नहीं पकड़ेगी?  क्या बिना पैसे दिए पुलिस आरोपी को कोर्ट में पेश नहीं करेगी?  जबकि लोगों की रक्षा के लिए ही उन्हें यह वर्दी दी गयी है। जिसका कुछ लोग गलत उपयोग कर रहे हैं। पीड़ित ने इस मामले में बिहार के डीजीपी और एसएसपी से शिकायत की है। हालांकि पूछे जाने पर एसएसपी आदित्य कुमार ने कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है। इस मामले के बारे में पता करने और दिखवाने की बात एसएसपी साहब कर रहे हैं। मिली जानकारी के अनुसार इस मामले की जांच का जिम्मा एएसपी मनीष कुमार को दिया गया है। 


गौरतलब है कि फतेहपुर थाना क्षेत्र के पकड़ी गांव की एक महिला की 25 अक्तूबर 2020 को हत्या कर दी गयी थी। हत्या के आरोपी मिथिलेश सिंह को बनाया गया था। लेकिन मिथिलेश सिंह की गिरफ्तारी एक वर्ष से नहीं हो सकी थी। मृतका के बेटे विपुल सिंह अपनी मां के हत्यारे की गिरफ्तारी के लिए लगातार पुलिस से मिला करता था। लेकिन पुलिस लगातार टालमटोल कर रही थी। मृतका के बेटे विपुल सिंह ने बताया कि 21 सितंबर फतेहपुर पुलिस को साथ लेकर वह बोधगया थाना क्षेत्र के ग्राम मौनिया में गया था।


जहां छापेमारी करायी जहां से आरोपी मिथिलेश सिंह को पकड़ा गया। लेकिन शाबाशी देने के बजाए दोनों अधिकारियों ने पुलिस की गाड़ी में डीजल भरवाने की बात कही। विपुल ने कहा कि उसकी मां अब इस दुनियां में नहीं है। पिता किसान हैं आमदनी कम है किसी तरह से वह अपनी पढ़ाई कर रहा है। ऐसे में पांच हजार का तेल कैसे भराए। लेकिन जब पुलिस की टीम ने दबाव बना और मारपीट पर उतारू हो गये तब उसने पुलिस की डर के कारण पे फोन के माध्यम से चार हजार 778 रुपये का तेल भरवा दिया। 


पुलिस की गाड़ी में तेज भरवाने का फुटेज पेट्रोल पंप पर लगे सीसीटीवी में कैद हो गयी है। पीड़ित विपुल ने यह भी बताया कि इससे भी मन नहीं भरा और पुलिस का लालच और बढ़ गया। पुलिसकर्मियों ने फिर यह मांग रख दी कि आरोपी को कोर्ट में पेश कराना है पांच हजार दो। नहीं तो केस बिगड़ जाएगा। पीड़ित ने फिर पांच हजार रुपये दिए। ऐसे में यह पूरा मामला पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़ा कर रहा है। पीड़ित युवक ने इसकी जांच की मांग की है। इसकी शिकायत उसने बिहार के डीजीपी और गया के एसएसपी से की है। अब देखने वाली बात होगी की पुलिस इस पूरे मामले पर क्या कार्रवाई कर पाती है।