GAYA: कोरोना संदिग्ध अधिकारी की इलाज के दौरान मौत हो गई. डोभी प्रखंड के श्रम पदाधिकारी अनिल कुमार सिंह की एएनएमसीएच में भर्ती कराया गया था. लेकिन भर्ती के अगले दिन उनकी मौत हो गई. मौत के बाद परिजनों ने डॉक्टर पर गंभीर आरोप लगाया है. परिजनों ने कहा कि उनको समय पर ऑक्सीजन नहीं दिया गया. अगर समय पर मिल जाता तो शायद जान बच सकती थी.
रिपोर्ट आना बाकी
अधिकारी का कोरोना सैंपल लिया गया , लेकिन अभी तक रिपोर्ट नहीं आई है. फिर हॉस्पिटल ने कोरोना प्रोटोकॉल के तहत शव परिजनों को सौंप दिया है. इससे पहले भी एएनएमसीएच में पहले भी लापरवाही का आरोप लगता रहा है. चार दिन पहले ही एक गंभीर मरीज को देखने वाला को कोई डॉक्टर नहीं था. चार घंटे के बाद डॉक्टर आए तो चेक किया.
इलाज में लापरवाही का आरोप
मृतक अधिकारी के बेटे ने कुशाग्र कुमार ने कहा कि मेरे बीमार पापा को डॉक्टरों ने समय पर ऑक्सीजन नहीं दिया गया. यही नहीं जब स्थिति गंभीर हुई तो देखने वाला कोई डॉक्टर तक नहीं था. जिसके कारण उनकी मौत हुई. लेकिन हॉस्पिटल प्रबंधन ने सफाई दी है कि कोई लापरवाही नहीं बरती गई है. बता दें कि इससे पहले भी दो अधिकारी की कोरोना से मौत हो चुकी है.