गड़े मुर्दे उखाड़ने पहुंच गये शिवदीप लांडे, 9 महीने पहले नाबालिग लड़की की हत्या मामले की शुरू की जांच, SIT का किया गठन

गड़े मुर्दे उखाड़ने पहुंच गये शिवदीप लांडे, 9 महीने पहले नाबालिग लड़की की हत्या मामले की शुरू की जांच, SIT का किया गठन

SITAMAHI: आईजी शिवदीप लांडे आज अचानक गड़े मुर्दे उखाड़ने सीतामढ़ी पहुंच गए। दरअसल केस के रिव्यु के दौरान आईजी के संज्ञान में एक लड़की की जलाकर हत्या किये जाने का मामला सामने आया था। जिसके के बाद आईजी आज डुमरा पर थाना क्षेत्र के मिर्चाइया गांव जांच के लिए पहुंच गए। 9 महीने पहले हुई इस घटना की जांच के लिए उन्होंने एसआईटी का गठन किया और जांच के आदेश दिये। उन्होंने दावा किया है कि जो भी दोषी होंगे उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। आरोपियों की गिरफ्तारी शीघ्र होगी और मृतका और उनके परिजनों को न्याय दिलाकर रहेंगे। 


बता दें कि पिछले महीने नाबालिग लड़की की जलाकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया तब कोर्ट परिवाद के आधार पर केस दर्ज हुआ। लेकिन इस मामले में अभी तक कोई एक्शन नहीं हुआ। केस रिव्यू के दौरान शिवदीप लांडे की नजर इस केस पर पड़ी फिर क्या था वे सीधे पीड़िता के घर मिर्चाइया गांव पहुंच गये और घटना की जानकारी परिजनों से ली। इस दौरान एसपी ऑफिस का भी उन्होंने रिव्यू किया। डीएसपी सोनल कुमारी के नेतृत्व में नाबालिग लड़की की हत्या मामले के जांच के लिए उन्होंने एसआईटी का गठन किया। जो लड़की की हत्या मामले का उद्वेदन करेगी। आईजी शिवदीप लांडे ने कहा कि इस मामले में दोषी पाए जाने वाले पुलिस कर्मियों पर भी एक्शन होगा।


आईजी शिवदीप लांडे ने बताया कि गड़े मुर्दे उखाड़ने की मेरी आदत रही है। केस रिव्यू के दौरान एक केस सामने आया जिसकी जांच शुरू की गयी। नाबालिग बच्ची की हत्या कर जलाया गया था। इस केस की जांच के लिए एसआईटी बनाने का निर्देश दिया है। एसआईटी इस मामले की जांच कर रिपोर्ट मुझे देगी। जब हम गांव में गये तब कोई इस संबंध में कुछ भी बताने को तैयार नहीं था। उन्होंने लोगों से अपील की इस घटना के बारे में सच्चाई बताईए। घटना के बारे में सही जानकारी देने वाले को परसनली 25 हजार रुपया दूंगा और उनकी पहचान भी गोपनीय रखी जाएगी। घटना के 9 महीने हो गये हैं लेकिन अभी तक मृतका के परिजनों को न्याय नहीं मिला है। हम उन्हें न्याय दिलाना चाहते हैं। जांच शुरू कर दी गयी है जल्द ही इस मामले का उद्भेदन होगा और मृतका और उनके परिजनों को न्याय मिलेगा।