ब्रेकिंग न्यूज़

बिहार चुनाव को लेकर तेजस्वी यादव का बड़ा ऐलान: पंचायत प्रतिनिधियों को पेंशन, राशन डीलरों को मानदेय और कारीगरों को ब्याजमुक्त ऋण देने का किया वादा Bihar election: मंच टूटने की घटना: मोकामा में पूर्व बाहुबली विधायक अनंत सिंह धड़ाम से गिरे, जनसभा में अफरा-तफरी बिहार चुनाव से राहुल गांधी ने क्यों बनाई दूरी? कांग्रेस के कैंडिडेट भी हो रहे हैरान; जानिए क्या है वजह राजधानी पटना के इन घाटों पर आप भी दे सकते हैं अर्घ्य, जानिए क्या है तैयारी और घाट जाने का रास्ता Bihar News: इतने लाख प्रवासी नहीं देंगे बिहार विधानसभा चुनाव में वोट, जानें क्या है वजह? Crime News: छठ पूजा मनाने बिहार गया था परिवार, इधर घर में हो गई ₹लाखों की चोरी Bihar News: नहाय खाय के दिन बिहार के अलग-अलग जिलों में 11 की मौत, स्थानीय लोगों में शोक की लहर Patna News: पटना में 2 दिन तक यह सड़कें बंद, जानें लें अब किस मार्ग से होकर गुजरेंगी गाड़ियां; जानिए Bihar Election 2025: दांव पर नीतीश के मंत्रियों की साख,पार होगी नैया या तेजस्वी के योद्धा मार लेंगे मैदान; जानिए क्या है समीकरण Bihar News: छठ घाटों पर कार्बाइड गन और पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध, जारी हुआ सख्त निर्देश; नहीं मानने पर होगी कार्रवाई

तनाव के बीच भारत ने चीन को सिखाया सबक, रेलवे का कॉन्ट्रैक्ट किया रद्द

1st Bihar Published by: Updated Thu, 18 Jun 2020 04:10:10 PM IST

तनाव के बीच भारत ने चीन को सिखाया सबक, रेलवे का कॉन्ट्रैक्ट किया रद्द

- फ़ोटो

DESK: गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के हिंसक झड़प में 20 जवानों के शहीद होने के बाद भारत अब चीन को सबक सिखाना शुरू कर दिया है. केंद्र सरकार ने रेलवे का कॉन्ट्रैक्ट रद्द कर दिया है.

ये तो झटके की है शुरूआत

सीमा तनाव के बीच यह चीन को सबक सिखाने का पहला झटका है. बताया जा रहा है कि भारत कई और ऐसे फैसले लेने वाला है. जिससे चीन की परेशानी और बढ़ जाएगी. 

रेलवे ने चीनी फर्म बीजिंग नेशनल रेलवे रिसर्च एंड डिज़ाइन इंस्टीट्यूटऑफ सिग्नलएंड कम्युनिकेशन कंपनी लिमिटेड के साथ चल रहे कॉन्ट्रैक्ट को रद्द कर दिया है. इस कॉन्ट्रैक्ट के तहत चीनी कंपनी कानपुर से दीन दयाल उपाध्याय रेलवे सेक्शन के बीच काम कर रही थी. इसके तहत 417 किमी के सेक्शन में सिग्नलिंग और टेलीकॉम का काम दिया गया था. इसका टेंडर 471 करोड़ का था. कंपनी पर लापरवाही का भी आरोप है. बताया जा रहा है कि चीनी कंपनी ने चार साल में मात्र 20 फीसदी ही काम किया था. इसकी काम करने की रफ्तार सुस्त थी. जिसके बाद इस कॉन्ट्रैक्ट को रद्द कर दिया गया है.