फर्स्ट बिहार की खबर का असर, मिड डे मील में सड़ा अंडा देने के मामले में हुआ एक्शन ; प्रभारी HM हुई सस्पेंड

फर्स्ट बिहार की खबर का असर, मिड डे मील में सड़ा अंडा देने के मामले में हुआ एक्शन ; प्रभारी HM हुई सस्पेंड

SIWAN : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शिक्षा में सुधार और स्कूलों में बच्चों की मौजूदगी को लेकर मिड डे मील योजना लॉन्च किए। कुछ सालों तक तो यह योजना काफी सफलता पूर्वक चली लेकिन उसके बाद आए दिन इसमें गड़बड़ी सामने आने लगे। इसी कड़ी में पिछले दिनों सिवान में एक सरकारी स्कूल में बच्चों को मिड डे मील में सड़ा हुआ अंडा दे दिया गया। जिसके बाद अब इस मामले में कड़ी कार्रवाई की गई है। शिक्षा विभाग के तरफ से इस मामले में प्रभारी HM को दोषी मानते हुए सस्पेंड कर दिया गया है। 


दरअसल, सिवान के एमएच नगर हसनपुरा में एक सप्ताह पहले बच्चों को खाने में सड़ा अंडा देने के बाद काफी बवाल हुआ था। यहां हसनपुरा पंचायत के छोटका तडिला गांव में मौजूद नवसृजित प्राथमिक विद्यालय में बीते दिनों बच्चों को एमडीएम खाना परोसने के दौरान अंडा में कीड़ा निकला था। जिसके बाद इस खबर को फर्स्ट बिहार ने काफी प्रमुखता से चलाई थी। जिसके बाद अब इस मामले में एक्शन लेते हुए  प्रभारी प्रधानाध्यापिका सस्पेंड कर दी गईं है। 


बताया जा रहा है कि, मिड डे मील भोजन में सड़ा अंडा देने के मामले में आदेश जारी करते हुए कहा कि, विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापिका जयंती कुमारी द्वारा जानबूझकर बच्चों को सड़ा अंडा दिया गया। इससे मध्यान भोजन योजना के भोजन की गुणवत्ता प्रभावित हुई है, जहां नियुक्ति और उन्नति स्थानांतरण अनुशासनिक करवाई एवं सेवा शर्त नियमावली 2020 के नियम 18 के आलोक में नियोजन समिति नगर पंचायत हसनपुरा के अनुमोदन की प्रत्याशा में तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है। हालांकि,  निलंबित अवधि में जयंती कुमारी को नियमानुसार मूल वेतन का 50% राशि जीवन निर्वाह भत्ता के रूप में दिया जाएगा। 


आपको बता दें कि, इस पूरे मामले पर जब रसोईया ने बताया था कि एचएम जयंती कुमारी ने पहले का रखा हुआ अंडा बनाने को दिया था। रसोईया जब अंडा उबालने लगा तो उसे गंध आने लगी तो उसने कहा कि मैडम अंडा खराब है, दूसरा अंडा मंगाइए। तभी एचएम ने 40 बच्चों के लिए अंडा मंगवाकर बनवाया। जब बच्चे अंडे खाने लगे तो 3 बच्चों का अंडा कम हो गया। जिसके बाद जब यह बात एचएम को कही गई तो ऐसे उन्होंने उसी खराब अंडे में से तीन अंडे को फिर से बनाने के लिए दिया। जब बच्चे खाने लगे तो एक-एक कर तीनों बच्चों के अंडे में कीड़ा निकला।