BHAGALPUR : फर्स्ट बिहार की खबर ने अपना असर दिखाया है। हमने दिखाया था कि बिहार पुलिस का एक चौकीदार कैसे अपनी ड्यूटी निभाते हुए गरीब बच्चों को पढ़ा रहा है। खबरों से रूबरू होने के बाद बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने चौकीदार सचिन पासवान उर्फ सिंघम पासवान को फोन लगा कर उसके काम की जमकर सराहना की है । डीजीपी ने कहा कि वे आपके इस सामाजिक सरोकार के काम में खुद मदद करेंगे।
बिहार पुलिस के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने फर्स्ट बिहार की खबर पढ़ने के बाद भागलपुर के नाथनगर थाना में फोन लगाया तो वहां के थानाध्यक्ष ने फोन उठाया। डीजीपी ने थानेदार से चौकीदार सचिन पासवान के बात करवाने को कहा। चौकीदार सचिन पासवान ने बिहार पुलिस के मुखिया से बात करते हुए सबसे पहले उन्हें सैल्यूट किया फिर सचिन पासवान ने जब अपना पूरा सचिन पासवान उर्फ सिंघम पासवान बताया तो डीजीपी ने कहा कि आपका नाम भी जानदार है और आपका काम भी जानदार है। फिर डीजीपी ने कहा कि आपने शानदार काम किया है।
डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने सचिन की भूरी-भूरी प्रशंसा करते हुए कहा कि बिहार पुलिस को आपके काम पर गर्व है। आपने जिस तरह से ड्यूटी के साथ-साथ सामाजिक दायित्वों का निर्वहन किया है उसके लिए मैं आपको सैल्यूट करता हूं। डीजीपी ने सचिन पासवान से कहा कि मैं खुद आपका काम देखने आउंगा। उन्होनें कहा कि आप अपना काम बदस्तूर जारी रखें जो भी मदद की जरूरत होगी, मैं करुंगा। बच्चों के लिए कॉपी-कलम पेंसिल-किताब जिन भी चीजों की जरूरत होगी वो मैं खुद उपलब्ध करवाउंगा। डीजीपी ने कहा कि अपनी ड्यूटी भी मुस्तैदी से करना है शराब माफियाओं के खिलाफ जंग जारी रखनी है।
दरअसल सचिन पासवान का जज्बा काबिले तारीफ है जिसे जानकर हर किसी को उन्हें सैल्यूट करने का दिल करेगा। फर्स्ट बिहार की नजर जब उन पर पड़ी तो हमारे भागलपुर संवाददाता सुशील कुमार ने उनकी स्टोरी को झट कैमरे में कैद कर लिया। कोरोना संकट के दौरान बतौर कोरोना वॉरियर्स तैनान सचिन पासवान ने जो कुछ किया उसकी जितनी भी तारीफ की जाए कम है। कोरोना में जहां स्कूल बंद हैं और बच्चों की पढ़ाई पर ग्रहण लगा हुआ है। खासकर वैसे बच्चों की पढ़ाई तो बिल्कुल ठप हो चुकी है जिनके माता-पिता अनपढ़ है, गरीब हैं, ट्यूशन भी नहीं पढ़ा सकते। वैसे बच्चों को पढ़ाने का जिम्मा सचिन पासवान ने उठाया। बच्चों को पूरे लॉकडाउन वे पढ़ाते रहे ताकि बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो।