PATNA : इस्तीफा देने के बाद भी काम कर रहे नियोजित शिक्षकों और पुस्तकालयाध्यक्षों पर FIR दर्ज कराने का आदेश शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव आरके महाजन ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को दिया है.
इसके साथ ही नियोजन इकाई और जिम्मेदार पदाधिकारियों पर भी प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी. सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों से तीन दिन के अंदर जांच कर कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी है. इस बाबत आरके महाजन ने आदेश करते हुए कहा है समाचार पत्रों के माध्यम से पता चला है कि त्यागपत्र देने के बाद भी कई शिक्षक काम कर रहे हैं और वेतन ले रहे हैं. त्यागपत्र देने के बाद भी काम करना वित्तीय अनियमितता और धोखाधड़ी है. ऐसे लोगों से अब तक किये गये वेतन भुगतान की वसूली की जायेगी.
बता दें कि 2005 से 2014 के बीच हुए शिक्षक नियोजन में काफी गड़बड़ियां पायी गयी थी. जिसके बाद 22 जून, 2015 को आदेश जारी किया गया था कि फर्जी प्रमाणपत्र के माध्यम से नौकरी करने वाले स्वेच्छा से समय सीमा के अंदर नौकरी से त्यागपत्र देते हैं, तो उन्हें माफी दी जायेगी और उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाएगी. लेकिन कई शिक्षक त्यागपत्र देने के बाद भी नौकरी कर रहे हैं और वेतन भी ले रहे हैं.