अपने प्रिय मित्र सतीश कौशिक की याद में Anupam Kher ने शुरू किया यह नेक काम, अब विश्व भर में हो रही सराहना Bihar Politics: तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग को बताया BJP की B टीम, दो वोटर आईडी को लेकर खूब बरसे Bihar Politics: तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग को बताया BJP की B टीम, दो वोटर आईडी को लेकर खूब बरसे Bird Flu: बर्ड फ्लू के खतरे के बीच अंडा खाना कितना सेफ? जानिए... एक्सपर्ट की राय Bihar News: स्थगित हुई बिहार के इस विश्वविद्यालय की परीक्षा, नई तिथि को लेकर आया अहम अपडेट Bihar News: पैसे लेकर शराब तस्कर को छोड़ना दारोगा को पड़ा भारी, अब इतने वर्षों तक भुगतना होगा परिणाम Bihar Crime News: लव अफेयर में रोड़ा बन रहे ससुर को बहू ने ठिकाने लगाया, दो बॉयफ्रेंड के साथ मिलकर खेला खूनी खेल Bihar Crime News: लव अफेयर में रोड़ा बन रहे ससुर को बहू ने ठिकाने लगाया, दो बॉयफ्रेंड के साथ मिलकर खेला खूनी खेल Bihar Transport: बेतिया डीटीओ का ट्रांसफर...करप्शन में लिप्त 'महिला एमवीआई' अब भी कुर्सी पर ! 1.20 लाख की मासिक रिश्वतखोरी का ऑडियो लीक होने पर DM ने कराया था केस, परिवहन विभाग से निलंबन की थी सिफारिश Viral News: AI से प्यार, फिर डेट और अब शादी! महिला ने अपने चैटबॉट बॉयफ्रेंड से की सगाई, वायरल हुआ पोस्ट
1st Bihar Published by: SANT SAROJ Updated Fri, 08 Jan 2021 04:09:28 PM IST
- फ़ोटो
SUPAUL : सुपौल जिले में पुलिस का अजीबो गरीब कारनामा सामने आया है. दरअसल, सदर थाना इलाके के सोनक से एक शख्स ने सदर थाने में अपने भाई के अपहरण का मुकदमा दर्ज करवाया जिस मामले में पुलिस ने आठ नामजद आरोपियों में से एक को जेल भी भेज दिया. मगर एक साल बाद अपहृत शख्स गांव पहुंचा और उसने अपहरण होने से मना किया बल्कि उसके दो बेटों ने अपने चाचा पर जमीनी विवाद को लेकर गांव के 8 निर्दोष लोगों को फसांये जाने का खुलासा किया. हालांकि इस बाबत अपहृत शख्स ने सदर के नए SDPO के समक्ष अपना बयान दर्ज करवा दिया है.
दरअसल, जिले के मल्हनी पंचायत के सोनक गांव वार्ड 06 में भूमि विवाद को लेकर मो. नागो और मो. उमर में लड़ाई हुई थी, जिस दौरान मो. नागो ने सदर थाना में लिखित शिकायत दर्ज करवाया की थी. उसके भाई मो. मुस्ताक का गांव के मो. उमर समेत 8 लोगों ने मारपीट कर अपहरण कर लिया. सदर थाने की पुलिस ने 8 नामजद लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कर लिया. जिसके बाद सुपौल सदर के तत्कालीन SDPO विद्यासागर ने अपने सुपरविजिन रिपोर्ट में मामले को सत्य करार देते हुए 8 नामजद आरोपियों को दोषी मानते हुए अपहरण होने की बात लिख डाली और एक नामजद आरोपी को 6 मार्च 2020 को जेल भी भेज दिया.
वही अपहृत शख्स मुस्ताक अब गांव पहुंचा तो उसने बताया कि पुलिस पदाधिकारी ने उस वक्त ना उनसे कुछ जांच पड़ताल की और न ही कोई बयान लिया बल्कि उनलोगों का कहना है कि उनके पिता नोएडा में राजमिस्त्री का काम कर रहे थे और भूमि विवाद में डेढ़ कट्टा जमीन के खातिर उसके दो चाचा ने गांव के पड़ोस में रहने वाले 8 लोगों को फंसा दिया. हांलाकि दिल्ली पुलिस के सहयोग से अपहृत शख्स सुपौल सदर थाने तक पहुंच गया. अब सदर के नए SDPO ने नए तरीके से पुलिस द्वारा अपहरण के मामले में अपहृत शख्स मुस्ताक का बयान दर्ज कर लिया है. साथ ही उनलोगों को इस मामले से बरी करने की कार्रवाई में जुटे हैं. बहरहाल पुलिस अधिकारी ने अगर ठीक से जांच की होती तो एक शख्स को 2 महीने 7 दिन जेल नहीं काटनी पड़ती.