फडणवीस या शिंदे, कौन होगा महाराष्ट्र का असली बॉस? आज हो जाएगा CM पर फैसला

फडणवीस या शिंदे, कौन होगा महाराष्ट्र का असली बॉस? आज हो जाएगा CM पर फैसला

DESK : महाराष्ट्र में महायुति की एकतरफा जीत के बाद मुख्यमंत्री कौन होगा इसका फैसला आज यानी सोमवार को होने की संभावना जताई जा रही है। भाजपा एवं आरएसएस की ओर से महायुति-एनडीए की जीत के मुख्य शिल्पकार देवेंद्र फड़नवीस को महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री के रूप में देखने की इच्छा जताई जा रही है। फडणवीस के नेतृत्व में ही भाजपा तीसरी बार 100 से अधिक सीटें लाई है।


जानकारी के अनुसार दूसरी ओर शिवसेना अध्यक्ष एकनाथ शिंदे भी मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल दिख रहे हैं। जबकि राकांपा के प्रदेश अध्यक्ष सुनील तटकरे ने कहा है कि उनकी पार्टी भी चाहती है कि उनके नेता अजित पवार मुख्यमंत्री बने। लेकिन मुख्यमंत्री पद का फैसला महायुति के तीनों दल मिलकर करेंगे। मोदी-शाह ले सकते हैं फैसला। 


वहीं, अब गेंद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री एवं भाजपा के मुख्य रणनीतिकार अमित शाह के पाले में है। माना जा रहा है कि इन दोनों शीर्ष नेताओं की सहमति से महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री का फैसला सोमवार को हो जाएगा। 14वीं महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को समाप्त हो रहा है।यह कार्य जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 73 में निहित प्रावधानों के अनुसार किया गया। अब तीन दलों वाले गठबंधन महायुति की सरकार बनने का रास्ता साफ हो गया है। 


माना जा रहा है कि पिछली सरकार की तरह इस बार एक मुख्यमंत्री और दो उपमुख्यमंत्री सरकार की कमान संभालेंगे। लेकिन अभी इनके नामों की घोषणा नहीं हो सकी है। जहां तक मंत्रालय का सवाल है, महाराष्ट्र में कैबिनेट मंत्री और राज्य मंत्री सहित अधिकतम 43 मंत्री हो सकते हैं।  भाजपा के एक वरिष्ठ पदाधिकारी का कहना है कि भाजपा के पदाधिकारी और कार्यकर्ता फडणवीस को राज्य में शीर्ष पद पर देखना चाहते हैं। भाजपा विधायक दल की बैठक सोमवार को होने की उम्मीद है।


इधर, रविवार को सुबह अजित पवार को सर्वसम्मति से राकांपा विधायक दल का नेता चुन लिया गया।  शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे को विधायक दल का नेता चुनने के लिए उनके विधायकों की बैठक सोमवार देर शाम शुरू हो चुकी है। शिंदे के सहयोगी नरेश म्हस्के, संजय शिरसाट, प्रताप सरनाईक और दीपक केसरकर ने कहा कि वे चाहते हैं कि उनके नेता मुख्यमंत्री बने रहें। हालांकि अंतिम फैसला तीनों दलों के नेतृत्व द्वारा लिया जाएगा।