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1st Bihar Published by: Dhiraj Kumar Singh Updated Sun, 29 Oct 2023 11:00:14 AM IST
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JAMUI : बिहार के एक घर में बेटे के 67वीं बीपीएससी परीक्षा में 349वां रैंक हासिल कर एसडीएम बनने की खुशी मनाई जा रही थी तभी अचानक मिली एक खबर ने सबके चेहरे से मुस्कान छीन ली। पता चला कि बीमार पिता की पटना में इलाज के दौरान मौत हो गई। जिसके बाद परिवार की ख़ुशी मातम में तब्दील हो गई। यह खबर भंदरा तपोवन गांव के ललन कुमार भारती से जुड़ी हुई है।
मिली जानकारी के अनुसार, जिले के बरहट प्रखंड के अंतर्गत भंदरा तपोवन गांव स्थित एक घर में एक साथ खुशी और मातम देखने को मिला है। यहां एक तरफ बेटा एसडीएम बना और दूसरी तरफ बीमार पिता की मौत हो गई। यहां के ललन कुमार भारती 67वीं बीपीएससी परीक्षा में 349वां रैंक हासिल कर एसडीएम बनें तो उनके घर में परिवार के लोग खुशी मना रहे थे, लेकिन इसी बीच उनके बीमार पिता जगदीश दास की पटना में इलाज के दौरान मौत हो गई। जिसके बाद यह ख़ुशी मातम में बदल गई।
बताया जाता है कि, जगदीश दास छोटा व्यवसाय करते थे। वर्तमान में वह डाढा पंचायत के वार्ड नंबर 5 के वार्ड सदस्य सदस्य थे, जबकि ललन कुमार भारती की मां गृहिणी हैं। ललन ने प्रारंभिक पढ़ाई अपने गांव से करने के बाद सैनिक स्कूल नालंदा से प्रथम श्रेणी से मैट्रिक तथा इंटर की परीक्षा पास की। इसके बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन की पढ़ाई की। ललन को बीपीएससी में दूसरे प्रयास में यह सफलता मिली है।
आपको बताते चलें कि, मृतक जगदीश दास कोलकाता में चप्पल जूता बनाया करते थे। मेहनत मजदूरी कर उन्होंने अपने बेटे को इस मुकाम पर पहुंचाया है। वहीं, देर शाम रिजल्ट आने के बाद बेटे की सफलता से वह इतने खुश थे कि इसी दौरान उनकी अचानक तबीयत बिगड़ी गई। इसके बाद इलाज के दौरान मौत हो गई।