SAHEBGANJ: साहिबगंज में एक हजार करोड़ के खनन घोटाला मामले की जांच ईडी कर रही है। साहिबगंज के डीसी रामनिवास यादव को ईडी ने समन भेजा था। आज इसी मामले में साहिबगंज डीसी रांची स्थित ईडी कार्यालय पहुंचे जहां उनसे पूछताछ की जा रही है।
बता दें कि एक हजार करोड़ के अवैध खनन मामले में पूछताछ के लिए ईडी ने तलब किया था। दरअसल ईडी की जांच में यह पाया गया कि अवैध खनन मामले में मुख्य आरोपी पंकज मिश्रा फोन के जरिये कई वरीय अधिकारियों के संपर्क में था। इस दौरान साहिबगंज डीसी रामनिवास यादव से भी उनकी बातचीत हुई थी। जांच में ईडी ने पाया कि साहिबगंज में अवैध खनन 2022-22 के बीच हुआ था।
बरहेट विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के संरक्षण में हुए इस अवैध खनन में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की भी संलिप्तता पायी गयी है। इस दौरान साहिबगंज के डीसी रामनिवास यादव थे। साहिबगंज अवैध खनन मामले में मुख्य आरोपी पंकज मिश्रा और उसके सहयोगी बच्चू यादव के खिलाफ ईसीआईआर दर्ज किया था। इस दौरान डीएमओ विभूति कुमार से पहले ही पूछताछ की जा चुकी है। पूछताछ के क्रम में विभूति ने ईडी को बताया कि अवैध खनन की राशि का एक हिस्सा पूजा सिंघल के सीए सुमन को दिया गया था।
इस मामले में ईडी ने सीएम हेमंत सोरेन से भी पूछताछ की थी। तब उन्होंने ईडी को बताया था कि पंकज मिश्रा के संरक्षण में अवैध खनन होने की जानकारी उन्हें नहीं थी। यदि अवैध खनन हुआ है तो कार्रवाई होनी चाहिए। गौरतलब है कि मार्च 2022 में साहिबगंज से मनिहारी घाट जा रही नाव में कई गाड़ियां ओवरलोडिंग की वजह से डूब गई थी। उस मामले में डीसी रामनिवास यादव ने तत्कालीन दुमका कमिश्नर चंद्रमोहन कश्यप को रिपोर्ट सौंपी थी। लेकिन इस रिपोर्ट में कई खामियां पायी गयी जिसके बाद कमिश्नर ने डीसी से दोबारा रिपोर्ट मांगी। यह मामला भी अवैध खनन व परिवहन से जुड़ा था। अवैध खनन के मामले में साहिबगंज डीसी से पूछताछ की जा रही है।