PATNA: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बीते दिनों यह ऐलान किया था कि आगामी जनगणना ई-जनगणना होगी और इसे 2024 तक पूरा कर लिया जायेगा। ई-जनगणना को इलेक्ट्रॉनिक जनगणना भी कहते हैं। इसमें बच्चे के जन्म से लेकर उसकी मृत्यु रजिस्टर तक का पूरा डेटा रखा जाता है। अमित शाह के इस ऐलान पर नेता प्रतिपक्ष व राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि अमित शाह जी ई-जनगणना की बात कर रहे है। लेकिन मेरा कहना है कि जब ई-जनगणना हो रहा है और इसमें जो खर्च होगा। उसी खर्च में जातीय जनगणना भी हो जाएगा। बस उसमें एक प्रश्न ही जोड़ना होगा।
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि हम चाहते है कि देशभर में जातीय जनगणना हो लेकिन भारत सरकार ने इनकार कर दिया। बीजेपी के मंत्री नित्यानंद राय ने भी मना कर दिया। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि जातीय जनगणना को लेकर सभी लोगों की राय बन चुकी है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि बिहार विधानसभा से दो बार यह पारित भी हो चुका है। इसे लेकर हमलोगों ने लगातार सदन के अंदर और बाहर आवाज उठाया। हम चाहते थे कि देशभर में जातीय जनगणना हो लेकिन केंद्र सरकार ने ऐसा करने से इनकार कर दिया। लेकिन अब हम यह चाहते है कि कम से कम बिहार में ही जातीय जनगणना हो। जब केंद्र सरकार ने इससे मना किया तब हमने यह प्रस्ताव रखा था कि राज्य सरकार इसे कराए। हालांकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी इसे लेकर अपनी सहमती जतायी थी।
जातिगत जनगणना को लेकर सभी दल सहमत थे इसलिए सर्वसम्मति से दो-दो बार विधानसभा में यह पास हुआ। केद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ई-जनगणना की बात कह रहे हैं उसमें एक कॉलम जाति का जोड़कर जातीय जनगणना किया जा सकता है जिसमें अलग से कोई खर्च नहीं आएगा। तेजस्वी ने कहा कि बीजेपी और केंद्र सरकार जातिगत जनगणना कराने के पक्ष में नहीं है।