दुल्हन ने शराबी दूल्हे से शादी करने से किया इंकार, बेगूसराय में गांव वालों ने बारातियों को बनाया बंधक

दुल्हन ने शराबी दूल्हे से शादी करने से किया इंकार, बेगूसराय में गांव वालों ने बारातियों को बनाया बंधक

BEGUSARAI : बेगूसराय में एक दूल्हे को शराब पीना उस वक्त महंगा पर गया जब ऐन वक्त पर दुल्हन ने शादी से इनकार कर किया । इतना ही इस दौरान दुल्हन ने जमकर बबाल  भी काटा । छौड़ाही थाना छेत्र के सामंत पंचायत में बुधवार की रात हुई इस वाक्ये में लड़की पक्ष ने दूल्हा समेत पूरी बाराती को बंधक बना लिया है और शादी में खर्च हुए रुपये की मांग कर रहे है । 


बेगूसराय के छौड़ाही थाना क्षेत्र के सामंत  गांव के वार्ड नंबर 14  में बुधवार की रात  एक सनसनीखेज  मामला उस वक्त सामने आया जब नशे में टुन्न एक दूल्हा अपनी दुल्हन को वरमाला पहनाने ही वाला था  । तभी दुल्हन को इस बात का अहसास हो गया कि दूल्हा शराब के नशे में है । फिर क्या था दुल्हन दूल्हे पर भड़क गई और उसने उसी वक्त शादी से इनकार कर दिया । 


अचानक शादी की खुशी के बीच हो हंगामा शुरू हो गया । लोगों ने दुल्हन को मनाने की पूरी कोशिश की पर लड़की अपने फैसले पर अडिग रही । बात बनते नही देख लड़का पक्ष के लोग बिना शादी के लौटने लगे तो लड़की पक्ष ने दूल्हा समेत पूरे बरात को ही बंधक बना लिया । लड़की पक्ष शादी में खर्च हुए रुपये की मांग कर रहा है। लड़की का कहना है कि लड़का शराबी है इस लिए उसने शादी से इनकार कर दिया है ।


छौड़ाही  थानाक्षेत्र के ग्राम पंचायत सावत अंतर्गत वार्ड 14 निवासी देवनाथ राम के बेटी की शादी समस्तीपुर जिला के हसनपुर थाना अंतर्गत ग्राम पंचायत मंगल गढ़ निवासी राम सखा राम के बेटे रविंद्र कुमार से हिंदू रस्म रिवाज के तहत बुधवार होने जा रही थी । इसी दौरान जब दुल्हा बारात लेकर दुल्हन के दरवाजे पर पहुंचा तो वरमाला का रस्म के वक्त दुल्हन दूल्हे को शराब की नशे में धुत्त देख गुस्से से आग बबूला हो गई। 


इस दौरान दुल्हन जोर जोर से चिल्लाने लगी और कहा कि मैं नशेड़ी दुल्हा से शादी नहीं करूंगी। बारात समेत दुल्हा वापस जाओ वरना ठीक नहीं होगा। फिर मामले ने तूल पकड़ लिया। आरोप है कि बाराती भी शराब के नशे में धुत थे। बातों-बातों में दोनों पक्षों में मारपीट होने लगी। गांव वालों के बीच बचाव करने पर मामला शांत हुआ। इस।मामले में पंचायत बैठी जिसमें दोनों पक्षों के समाजिक पंचों द्वारा दुल्हन के पिता को खान पान में जो खर्च लगा उसे वापस करने का फैसला सुनाया । गांव में लड़की के इस साहसिक कदम की सराहना करते हुए लोग इसे समाज के लिए एक मिसाल करार दे रहे है ।