ब्रेकिंग न्यूज़

BIHAR CRIME: सासाराम में युवक की गोली मारकर हत्या, इलाके में मचा हड़कंप ISM पटना ने स्थापना सप्ताह का भव्य समापन किया, छात्रों की रचनात्मकता और नवाचार को मिला मंच मुजफ्फरपुर कोर्ट में बुर्का पहना कर शादी की कोशिश, हिंदूवादी संगठनों के हंगामे के बाद जांच में जुटी पुलिस बालोपासना दिवस 2025: कोइलवर में विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल ने दौड़ व कबड्डी प्रतियोगिता का किया आयोजन जुकाम की दवा सिगरेट: इलाज कराने आए मासूम को डॉक्टर ने कराया स्मोकिंग, बच्चे की सेहत से किया खिलवाड़ Train Accident : चलती ट्रेन में चढ़ना पड़ा भारी, झाझा स्टेशन पर बाल-बाल बचे दो यात्री बिहार चुनाव से पहले बड़ा सर्वे: तेजस्वी यादव CM पद के सबसे पसंदीदा उम्मीदवार, प्रशांत किशोर ने नीतीश को पछाड़ा Life Style: धूप से आते ही गर्मी में ठंडा पानी पीना पड़ सकता है भारी, जानें सेहत को कैसे पहुंचा सकता है नुकसान? रद्द की गई 14009/10 बापूधाम मोतिहारी-आनंद विहार एक्सप्रेस अब 24 अप्रैल तक फिर से चलेगी यात्रीगण कृपया ध्यान दें: संपूर्ण क्रांति क्लोन स्पेशल सहित 03 जोड़ी ट्रेनों के परिचालन अवधि में विस्तार

डॉक्टर की लापरवाही से AES पीड़ित बच्ची की मौत, स्वास्थ्य विभाग ने थमाया नोटिस

डॉक्टर की लापरवाही से AES पीड़ित बच्ची की मौत, स्वास्थ्य  विभाग ने थमाया नोटिस

16-May-2020 07:55 AM

MUZAFFARPUR : एसकेएमसीएच में एईएस से बच्ची की मौत पर स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। स्वास्थ्य विभाग ने बच्ची का इलाज करने वाले डॉक्टर को शो कॉज नोटिस जारी किया गया है। डॉक्टर पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगा है।


एसकेएमसीएच में 13 मई की देर रात एईएस से औराई की चांदनी कुमारी की मौत को स्वास्थ्य विभाग ने गंभीरता से लिया है। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने रून्नीसैदपुर सीएचसी  के डॉ अनिल कुमार सिंह से शो कॉज किया है। जांच में यह पाया गया है कि चांदनी का इलाज रून्नीसैदपुर सीएचसी में एईएस प्रोटोकॉल के अनुसार नहीं किया गया है। इससे बच्ची की मौत हुई थी।


प्रधान सचिव ने शो कॉज में पूछा है कि क्यों नहीं संविदा रद्द कर उनके इस अनप्रोफेशनल व्यवहार के लिए बिहार मेडिकल रजिस्ट्रेशन काउंसिल से उनके निबंधन को रद्द करने की अनुशंसा की जाए।


बता दे कि 11 मई की शाम चांदनी को गंभीर हालत में सीतामढ़ी जिले के रूनीसैदपुर सीएचसी में भर्ती कराया गया था। प्रोटोकॉल के मुताबिक रोगी को तत्काल 10% डेक्सट्रोज की खुराक दी जानी चाहिए थी। लेकिन डॉ अनिल कुमार सिंह ने केवल सेफट्रीयाजोन 500 मिलीग्राम आइवी दवा देकर एसकेएमसीएच रेफर कर दिया।