बिहार में अपराधियों का तांडव लगातार बढ़ता ही जा रहा है। राज्य के अंदर शायद ही कोई ऐसा दिन गुजरता हो जिस दिन हत्या, लूट, छिनतई और गोलीबारी की खबरें निकल कर सामने नहीं आती हो। इसी कड़ी में अब एक ताजा मामला मुजफ्फरपुर से सामने आ रहा है। जहां एक डॉक्टर के घर 30 लाख का डाका डाला गया है। इतना ही नहीं परिवार को कमरे में लॉक भी कर डाला और इस घटना का विरोध न हो इसको लेकर घर के बच्चों को पिस्टल की नोंक पर रखा।
मिली जानकारी के अनुसार, मुजफ्फरपुर के रामदयालु नगर में सशस्त्र अपराधियों ने डॉ. राजीव कृष्ण के पूरे परिवार को बंधक बनाकर 20 लाख के आभूषण, 50 हजार नगद, एक बाइक और अन्य कीमती सामान ले गए। घटना के वक्त घर में डॉक्टर की पत्नी डॉ. मनीषा भावे, मां, पिता और बच्चे मौजूद थे। डॉ. राजीव व उनकी पत्नी एसकेएमसीएच में कार्यरत हैं। अपराधियों की उम्र 20 से 25 वर्ष के करीब थी। सभी ने हाथ में पिस्टल और चेहरे पर मास्क लगा रखा था। वे स्थानीय भाषा बोल रहे थे। लूटे गए गहने वे बैग में भरकर लेते गए।
वहीं, इस घटना को अंजाम देने के बाद बदमाशों ने घर के लोगों को कमरे में लॉक कर दिया और उनके मोबाइल छीनकर सोफे पर फेंक दिया। सूचना मिलने के बाद सदर थाने की पुलिस ने पहुंचकर छानबीन की। लूटी गई बाइक का नंबर वायरलेस पर सभी थानों को बताकर उसका सुराग ढूंढने का निर्देश दिया गया। डॉक्टर के घर में लूटपाट की सूचना मिली है। पुलिस घटनास्थल पर जांच के बाद आगे की कार्रवाई कर रही है। मामले में अपराधियों को चिह्नित करने का प्रयास किया जा रहा है।
रामदयालु नगर में डॉ. राजीव कृष्ण व डॉ. मनीषा के घर डकैती को अंजाम देने के लिए अपराधी 6:15 बजे घर में घुसे। करीब सवा घंटे तक लूटपाट करने के बाद साढ़े सात बजे निकले। घटना के वक्त 50 मीटर की दूरी पर सदर थाने की गश्ती टीम खड़ी थी। अपराधी इसके बाद आसानी से निकल गए। डॉ. मनीषा ने बताया कि बच्चे को ट्यूशन पढ़ाकर शिक्षक ने जाने के लिए मेन गेट खोला। उतने में शिक्षक को धक्का देते हुए सभी अपराधी घर में घुस गए। घुसते ही अपराधियों ने उनके माथे पर पिस्टल तान दिया। बच्चे और सास के माथे पर पिस्टल सटाकर कैश और ज्वेलरी की मांग करने लगे।
मनीषा ने कहा कि सबकुछ आलमारी में है, लेकिन चाबी पापा (ससुर) के पास है। वह चौक पर चाय दुकान पर गए होंगे। अपराधियों ने मनीषा को मोबाइल लौटा ससुर प्रकाशचंद्र प्रसाद सिंह को कॉल करवा कर घर बुलवाया। वह घर में पहुंचे तो अपराधियों ने उन्हें कब्जे में ले लिया। फिर चाबी लेकर लूटपाट की। एफआईआर के लिए प्रकाशचंद्र प्रसाद सिंह ने सदर थाने में आवेदन दिया है।
उधर, रामदयालुनगर में रविवार को चार घंटे में डकैती की दो वारदात को अपराधियों ने अंजाम दिया। दोपहर डेढ़ बजे पटना में पदस्थापित बिजली विभाग के सहायक अभियंता के घर हथियारबंद बदमाशों ने डकैती को अंजाम दिया। हालांकि, पुलिस इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं कर रही है। इस वारदात के चार घंटे के अंदर शाम सवा छह बजे डॉ. राजीव के घर को अपराधियों ने निशाना बनाया। रिटायर शिक्षक प्रकाश चंद्र प्रसाद सिंह ने बताया कि चार साल पहले रामदयालु नगर में बैंक डकैती हुई थी। तब वह भी बैंक के अंदर मौजूद थे। बैंक डकैती को अंजाम देने वाले अपराधियों की कद-काठी और हुलिया इन बदमाशों से मेल खाती है।