PATNA: दिवाली का त्योहार खत्म होने के बाद लोक आस्था के महापर्व छठ की तैयारियां तेज हो गई हैं। पटना के सभी घाटों पर युद्धस्तर पर काम चल रहा है। जिला प्रशासन की टीम लगातार छठ घाटों की निगरानी में लगी है। पटना डीए चंद्रशेखर सिंह ने सोमवार को गायघाट से लेकर दीदारगंज तक के घाटों का निरीक्षण दिया और जरूरी निर्देश दिए।
जिला प्रशासन द्वारा छठ महापर्व की तैयारियों पर पटना डीएम चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि हर साल के बनिस्पत इस साल छठ की तैयारियां और अच्छे तरीके से की जा रही हैं। पिछले साल की तुलना में इस साल गंगा का जलस्तर करीब तीन मिटर कम है। जिसके कारण संपर्क पथ सूखे हुए हैं और घाट अच्छी तरह से निकले हैं। कुल मिलाकर कहे तो घाटों की तैयारी अच्छी है। जिला प्रशासन की तरफ से लगातार छठ की तैयारियों पर नजर रखी जा रही है।
उन्होंने बताया कि घाटों का निर्माण किया जा रहा है। उसके साथ ही साथ सभी घाटों पर बैरिकेटिंग की जा रही है। वॉच टावर के साथ साथ लाइट की भी व्यवस्था की जा रही है। नियंत्रण कक्ष, शौचालय, पेयजल की व्यवस्था और मेडिकल कैंप के लिए स्थल निर्धारित किया गया है। बहुत सारे छठ व्रति रात में घाट पर ही रूक जाते हैं ऐसे में बड़े घाटों पर शेड का निर्माण कराया जा रहा है। अधिकारियों की सभी घाटों पर प्रतिनियुक्ति रहेगी। निगरानी के लिए सभी घाटों पर सीसीटीवी भी लगाए जा रहे हैं।
डीएम ने बताया कि फिलहाल चार घाटों को खतरनाक घोषित किया गया है। एलसीटी घाट, राजापुर पुल घाट के साथ दो और घाट खतरनाक माने जा रहे हैं। पटना शहरी क्षेत्र में कुल 108 घाट हैं, जहां तैयारियां चल रही हैं। एक सौ घाट ऐसे हैं जहां छठ किया जा सकता है बाकि 8 घाटों को देखा जा रहा है, उन्हें प्रतिबंधित किया जाएगा। किसी भी छठ व्रति और घाट पर पहुंचने वाले लोगों को असुविधा न हो इसकी कोशिश की जा रही है।