DELHI : दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग हो चुकी है और अब लोगों को चुनाव के नतीजों का बेसब्री से इंतजार है। दिल्ली सहित पूरे देश की जनता यह जानने के लिए बेसब्र है कि देश की राजधानी की विधानसभा में किस पार्टी का मुख्यमंत्री पहुंचेगा। लोगों की ये उत्सुकता उस वक्त परवान पर होगी जब कल यानि 11 फरवरी को सुबह आठ बजे से वोटों की गिनती शुरू हो जाएगी। वोटिंग के पहले पार्टी नेताओं के दिलों की धड़कने भी तेज हो गयी हैं। एक्जिट पोल के दावों के मुताबिक सीएम अरविंद केजरीवाल की वापसी हो रही है तो इसके उलट बीजेपी सरकार बनाने का अपना दावा छोड़ नहीं रही है। आज की रात नेताओं के लिए रात कयामत की रात होगी जब उनके आंखों से नींद उड़ चुकी होगी।
दिल्ली चुनाव के नतीजे आने से पहले बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने एक बार फिर से अपना पुराना दावा दोहराया है। तिवारी कहा है कि उनकी पार्टी दिल्ली के 48 विधानसभा सीटों पर जीत हासिल करेगी। वहीं अगर एक्जिट पोल की माने तो AAP एक बार फिर से क्लीन स्वीप करने जा रही है। लगभग सभी एक्जिट पोल में अरविंद केजरीवाल की सरकार बनती दिख रही है।
अरविंद केजरीवाल चुनाव में अपने मुद्दों पर ही डटे रहे। फ़्री बिजली, पानी, मोहल्ला क्लिनिक और स्कूल की माला जनता के बीच खूब जपा। इस बीच चुनाव प्रचार में बजरंग बली की एंट्री हो गई।अरविंद केजरीवाल हनुमान चालीसा पढ़ने लगे। बजरंगबली के मंदिर जाने लगे। बीजेपी के केजरीवाल को हिंदू विरोधी साबित करने की मुहिम धरी की धरी रह गयी। बीजेपी पूरे चुनाव में शाहीनबाग के मुद्दे को भुनाने की कोशिश करती रही।
उधर देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस इस चुनाव में सीन से गायब नजर आ रही है।नतीजों के पहले ही कांग्रेस नेता सरेंडर करते दिख रहे हैं। लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी ने यहां तक कह दिया कि अगर केजरीवाल जीत जाते हैं, तो यह विकास के एजेंडे की जीत होगी। मतलब उन्हें अपने उपर पूरा भरोसा है कि वे चुनाव नहीं जीत रहे।