DESK : चार राज्यों तेलंगाना, राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीगढ़ में रविवार सुबह 8 बजे से मतगणना शुरू होगी। मतदान के बाद से सभी पार्टियां अपनी-अपनी जीत के दावे कर रही हैं, ऐसे में मतगणना पर सभी की निगाहें रहेंगी। राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सत्ता में है, जबकि मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार है। वहीं, तेलंगाना में चंद्रशेखर राव के नेतृत्व वाली भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की सरकार है। यहां केसीआर दो बार से सत्ता में काबिज हैं, वह इस बार जीत के साथ हैट्रिक की उम्मीद कर रहे हैं।
वहीं, मतगणना को लेकर सुरक्षा के चाक-चौबंद व्यवस्था की गई है। डाक मतपत्रों की गिनती सुबह 8 बजे से 8.30 बजे के बीच की जाएगी, जिसके बाद अधिकारियों और राजनीतिक दलों के अधिकृत एजेंटों की उपस्थिति में ईवीएम के माध्यम से वोटों की गिनती शुरू होगी। वहीं, इस गिनती से पहले बीजेपी नेता और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा कि निश्चित रूप से छत्तीसगढ़ में स्पष्ट बहुमत के साथ बीजेपी की सरकार बनने जा रही है इसमें कोई संदेह नहीं है।
ऐसे में बात करें इस चार राज्यों के राजनीतिक परिदृश्य की तो मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की अगुवाई वाली भारतीय जनता पार्टी की सरकार को राज्य में कांग्रेस से कड़ी चुनौती मिलती दिख रही है। बीते विधानसभा चुनाव 2018 में यहां कांग्रेस ने 230 में से 116 सीटों पर जीत हासिल कर कांग्रेस ने सरकार बनाई थी। तब सीएम कमलनाथ को बनाया गया था। हालांकि, 2020 में फ्लोर टेस्ट में फेल होने के बाद कमलनाथ सरकार गिर गई थी और भाजपा ने वापसी की थी।
वहीं, राजस्थान यानि हिंदी पट्टी के एक और अहम राज्य में जनता को भाजपा बनाम कांग्रेस का खास नजारा देखने को मिलेगा। सत्ता परिवर्तन के रिवाज के चर्चित इस राज्य में अभी कांग्रेस की सरकार है, जिसके मुखिया सीएम अशोक गहलोत हैं। 2018 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 100 सीटें हासिल कर बहुमत की सरकार बनाई थी। जबकि, भाजपा 73 पर सिमट गई थी।
उधर, हम यदि छत्तीसगढ़ की बात करें तो यहां कांग्रेस का कब्जा है। हालांकि, इस बार भाजपा यहां बड़ी जीत का दावा कर रही है। 2018 विधानसभा चुनाव के दौरान सत्तारूढ़ भाजपा को सिर्फ 15 सीटें ही मिल सकी थीं। जबकि, कांग्रेस ने 68 सीटें जीतकर पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाई थी। खास बात है कि भाजपा ने अब तक सीएम चेहरे का ऐलान नहीं किया और कांग्रेस सीएम भूपेश बघेल के नाम पर ही भरोसा जता रही है।
इसके आलावा आज होने वाले मतगणना में शामिल चौथे राज्य यानी तेलंगाना की बात करें तो 2014 में अस्तित्व में आए तेलंगाना में अब तक मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की सरकार रही है। इस बार उनकी पार्टी भारत राष्ट्र समिति यानी BRS (पहले तेलंगाना राष्ट्र समिति) हैट्रिक की कोशिश में है। लेकिन, एग्जिट पोल संकेत दे रहे हैं कि राज्य में कांग्रेस इस बार केसीआर को कड़ी टक्कर दे सकती है। इसके अलावा यहां मैदान में असदुद्दीन ओवैसी की AIMIM और भाजपा भी हैं। 2018 विधानसभा चुनाव में 119 में से टीआरएस को 88 सीटें मिली थी। तब कांग्रेस 21 सीटें ही हासिल कर सकी थी और भाजपा को एक ही सीट मिली थी।