ब्रेकिंग न्यूज़

Dharmendra Death: "विरासत हमेशा याद रहेगी..." पाकिस्तान से धर्मेंद्र के फैंस ने जताया शोक, पूर्व क्रिकेटर राशिद लतीफ ने दी भावुक श्रद्धांजलि Bihar Home Minister : बिहार में शुरू होगा बुलडोज़र एक्शन, सम्राट का एलान: कहा – स्कूल और कॉलेज के पास रहेगी स्पेशल पुलिस टीम, जेल में बंद कैदियों को लेकर भी नया फरमान Bihar News: बिहार में यहाँ युवक की संदिग्ध मौत, बॉडी देख पुलिस का भी चकराया दिमाग Bihar tourism : पटना, राजगीर, नालंदा-वैशाली समेत इन शहरों में बनेगा फाइव स्टार होटल, पर्यटन मंत्री ने कहा - जल्द बनेगा जानकी मंदिर करप्शन किंग बने उत्पाद अधीक्षक ! एक 'सुपरिटेंडेंट' UP से पटना तक शराब सप्लाई कराते थे, SP ने खेल पकड़ा...जांच के बाद केस हुआ, विभाग ने फिर से 'फील्ड पोस्टिंग' दी और दिखावे के लिए विभागीय कार्यवाही Success Story: कौन हैं तृप्ति भट्ट? जिन्होंने 16 सरकारी नौकरी के ऑफर ठुकराया, फिर बनीं IPS अफसर, जानें सफलता की कहानी तेज रफ्तार कार ने नवादा में पुलिसकर्मी की छीन ली जिंदगी, NH-20 पर हुआ हादसा; परिवार में मातम BIHAR ROAD ACCIDENT: भभुआ–मोहनिया मार्ग पर CNG ऑटो दुर्घटनाग्रस्त, सड़क किनारे पेड़ से टकराने से 3 महिला समेत 7 लोग घायल Bihar News: बिहार सरकार के युवा मंत्री को हुए बीमार, इस अस्पताल में चल रहा है इलाज Shekhpura Road Accident News : बिहार में भीषण सड़क हादसा, 5 लोगों की मौत; सवारी भरी ऑटो की ट्रक से टक्कर

डीजीपी ने ही खोल दी नीतीश की पोल, कहा- 2019 में बिहार में बेतहाशा बढ़ा क्राइम, उसकी बात पत्रकार क्यों नहीं करते

1st Bihar Published by: Updated Sat, 16 Jan 2021 04:49:42 PM IST

डीजीपी ने ही खोल दी नीतीश की पोल, कहा- 2019 में बिहार में बेतहाशा बढ़ा क्राइम, उसकी बात पत्रकार क्यों नहीं करते

- फ़ोटो

PATNA : बिहार के डीजीपी एस के सिंघल भी बढ़ते अपराध पर पत्रकारों के सवालों पर बौखलाये और बौखला कर नीतीश कुमार की ही पोल खोल दी. डीजीपी एस के सिंघल ने कहा कि उनके कार्यकाल में नहीं बल्कि 2019 में बिहार में क्राइम बेतहाशा बढ़ गया था. पत्रकार उस दौर की बात क्यों नहीं करते. डीजीपी साहब शायद ये भूल गये कि उस वक्त वे भले ही कुर्सी पर नहीं थे लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही थे.वैसे बिहार के डीजीपी भी पत्रकारों पर भड़क गये.


क्राइम का आंकड़ा गिनाने लगे डीजीपी
दरअसल बिहार के डीजीपी आज आला अधिकारियों के साथ पटना के एसएसपी ऑफिस पहुंचे थे. पुलिस हेडक्वार्टर के आला अधिकारियों के साथ पटना पुलिस के तमाम अधिकारियों की लंबी बैठक चली. फिर डीजीपी बाहर निकले तो पत्रकारों ने सवाल पूछना शुरू कर दिया. पत्रकारों ने पूछा कि अपराध इतना बढ़ गया है और पुलिस क्या कर रही है. डीजीपी एस के सिंघल ने आंकड़े गिनाने शुरू कर दिये. 2018, 2019, 2020 और इस साल के पहले महीने का.


डीजीपी बोले  “हमारे कार्यकाल में अपराध में भारी कमी आयी है. हमने 2019 और 2020 की हमने तुलना की है. 2019 की तुलना में 2020 में सारे अपराध में भारी कमी आयी है. इससे पहले हमने 2018 और 2019 के अपराध की तुलना की थी. 2019 में सारे आपराधिक वारदातों में भारी वृद्धि हुई. हमारे समय अपराध में कमी आयी. हां, 2019 में अपराध में वृद्धि हुई. आप पत्रकार उसकी चर्चा नहीं करते कभी. 2019 में जो अपराध बढ़ा, उसकी बात क्यों नहीं करते आप लोग.”


नीतीश की पोल खोल गये डीजीपी
अपनी वाहवाही के फेरे में डीजीपी एसके सिंघल नीतीश कुमार की ही पोल खोल गये. वे शायद भूल गये कि 2019 में भी बिहार में नीतीश कुमार ही मुख्यमंत्री थे. उस दौरान अगर क्राइम बढ़ा तो उसका दोष भी नीतीश कुमार के माथे पर ही आयेगा. लेकिन शायद मौजूदा डीजीपी अपने पूर्व के डीजीपी पर निशाना साध रहे थे, तीर गलत चल गया.


सबसे अच्छा है बिहार में लॉ एंड आर्डर
डीजीपी एस के सिंघल ने कहा कि बिहार का लॉ एंड आर्डर सबसे अच्छा है. पत्रकारों से उन्होंने कहा कि वे 25-30 दिन का अखबार उठा कर पढ़ लें, उन्हें पता चल जायेगा कि बिहार मे कितना अच्छा माहौल है. आंकड़ा सामने है और बिहार में अपराध का आंकड़ा देश में सबसे अच्छा है. बिहार में ऐसा कोई केस नहीं होता जो दो-तीन दिनों में हल नहीं होता. बिहार पुलिस अधिकतम केस का सही उद्भेदन कर रही है. बिहार में तो सीबीआई कई केस का सही जांच नहीं कर पायी लेकिन बिहार पुलिस ये काम सही से कर रही है.


पत्रकारों पर भड़के डीजीपी
नीतीश कुमार की तरह डीजीपी एसके सिंघल भी पत्रकारों पर भड़के. उन्होंने कहा कि वे आंकडा दे रहे हैं और आंकडा झूठ नहीं बोलता. आंकडा बता रहा है कि बिहार में लॉ एंड आर्डर की स्थिति अच्छी है. लेकिन कुछ लोग बिना तथ्यों के बार-बार कुछ बात बोल रहे हैं लेकिन वे सत्य को असत्य नहीं बना सकते. अगर कोई तबका अपनी स्थिति का दुरूपयोग कर रहा है तो ये अच्छी बात नहीं है. झूठ बोलकर वे कुछ हासिल नही कर सकते. झूठ बोलकर, भ्रामक बातें बोलकर असत्य को सत्य नहीं बनाया जा सकता है.