PATNA : बिहार में अफसरों के बीच आपसी रिश्तों में बढ़ रही खटास सरकार की परेशानी का सबब बन रही है। अभी राज्य के अंदर केके पाठक और बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों के बीच छिड़ा विवाद ठंडा नहीं हुआ था कि अब DG शोभा अहोतकर और IG विकास वैभव के बीच गाली गलौज का मामला सामने आ गया है। डीजी की गाली गलौज से परेशान आइजी विकास वैभव ने ट्वीट कर मामले को सार्वजनिक कर दिया है। जिसके बाद उन पर शो कॉज नोटिस भी जारी हो गया है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी इसे न्याय संगत नहीं बताया है। इस बीच अब जो ताजा जानकारी निकलकर सामने आ रही है वह यह है कि बिहार कैडर के तेज तरार और चर्चित आईपीएस विकास वैभव नीतीश कुमार के करीबी मंत्रियों के साथ मिलते हुए दिख रहे हैं।
दरअसल, डीजी शोभा अहोतकार के साथ विवादों के बीच चर्चित आईपीएस अधिकारी विकास वैभव एक निजी कार्यक्रम में जदयू नेता विजय कुमार चौधरी के साथ नजर आ रहे हैं। इस बात की जानकारी खुद विकास वैभव ने दी है। विकास वैभव ने अपने फेसबुक पेज पर पोस्ट करते हुए कहा है कि अभी वह सिलीगुड़ी में है और किसी पारिवारिक समारोह में शामिल हुए हैं। इसी पारिवारिक समारोह में बिहार सरकार के चर्चित आईपीएस अधिकारी नीतीश कुमार के करीबी मंत्रियों में से एक विजय कुमार चौधरी के साथ बैठे हुए दिखाई पड़ रहे हैं।
मालूम हो कि, इससे पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आईजी विकास वैभव के तरफ से डीजे शोभा अहोतकर पर आरोप लगाते हुए किए गए ट्वीट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि, यदि किसी को कोइ शिकायत है तो अपने से बड़े अधिकारियों के पास जाना चाहिए ना कि ट्वीट कर उसे सर्वजनिक करना चाहिए। यह कानून और नियमों के अनुकूल नहीं है। इस तरह की बातें कानूनन गलत है। इसके बाद अब विकास वैभव का यह फोटो सामने आया आने से एक बार फिर से चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है।
इसके बाद विकास वैभव और विजय कुमार चौधरी की यह तस्वीर पोस्ट होने के बाद इस बात की चर्चा तेज हो गई है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विकास वैभव को जो नसीहत दी है। उन्हीं बातों पर चर्चा करने को लेकर इन दोनों के बीच मुलाकात और बातचीत हुई होगी। हालांकि, यह बात स्पष्ट कर दूं कि विजय कुमार चौधरी और विकास वैभव के बीच पारिवारिक रिश्ता है इस लिहाज से यह दोनों एक ही साथ बैठे दिखाई पड़ रहे हैं।
आपको बताते चलें कि, गुरुवार के तड़के विकास वैभव ने ट्वीट कर डीजी मैडम ( शोभा अहोतकर) की गाली देने की आदत से खुद को व्यथित बताया। उन्होंने गाली देने का आडियो भी होने का दावा किया। इसके साथ ही उन्होंने 60 दिनों की छुट्टी का आवेदन भी कर दिया। हालांकि शाम को डीजी अहोतकर ने उनकी छुट्टी के आवेदन को अस्वीकृत कर गृह विभाग को भेज दिया।
इतना ही नहीं उनसे स्पष्टीकरण भी पूछ दिया और 24 घंटे के अंदर इसका जवाब देने को कहा। उनसे पूछा गया है कि अपने वरीय अधिकारी पर बेबुनियाद आरोप लगाकर उनकी छवि धूमिल करने का प्रयास किया गया है। साथ ही वायरल मैसेज की रिकॉर्डिंग किए जाने की बात को पब्लिक डोमेन में लाया गया है। यह ‘ऑफिस सिक्रेट्स एक्ट’ के प्रावधानों का भी उल्लंघन है। इसके बाद फिर विकास वैभव ने बिना किसी का नाम लिए शुक्रवार को एक श्लोक ट्वीट किया। हिन्दी में इसका अर्थ भी समझाया-कभी-कभी सर्प से मित्रता हो सकती है, लेकिन दुष्ट से कभी नहीं।