PATNA: एनडीए से अलग होने के बाद से विपक्ष को एकजुट करने की मुहिम में जुटे नीतीश खुद को प्रधानमंत्री पद का दावेदार भले ही नहीं बताते हों लेकिन उनकी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता उन्हें देश का भावी प्रधानमंत्री मानते हैं। बार-बार प्रधानमंत्री नहीं बनने की बात कहने वाले नीतीश आज जब जेडीयू दफ्तर पहुंचे तो कार्यकर्ताओं ने ‘देश का पीएम कैसा हो.. नीतीश कुमार जैसा हो’ के नारे लगाए। जिसके बाद नीतीश ने हाथ हिलाते हुए कार्यकर्ताओं का अभिवादन किया और आगे बढ़ गए।
दरअसल, बीजेपी से अलग होकर महागठबंधन के साथ जाने के बाद से ही नीतीश विपक्ष को बीजेपी के खिलाफ एकजुट करने की मुहिम में लगे हुए हैं। इस मुहिम को लेकर पिछले दिनों उन्होंने विपक्ष के कई नेताओं से भी मुलाकात की थी और जल्द ही वे बिहार में विपक्षी दलों की बड़ी बैठक बुलाने वाले हैं। नीतीश और उनकी पार्टी के लोग लगातार यह दावा कर रहे हैं कि देशभर के विपक्षी दलों को एकजुट करने की मुहिम में सफलता मिल रही है और 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में बीजेपी का सफाया हो जाएगा।
कई ऐसे मौके सामने आए जब नीतीश ने प्रधानमंत्री बनने से तौबा किया। भले ही नीतीश अपने मुंह से कहते रहे कि उन्हें प्रधानमंत्री बनने की कोई लालसा नहीं है और वे देश की भलाई के लिए विपक्षी दलों को एकजुट कर रहे हैं लेकिन नीतीश की पार्टी के नेता और कार्यकर्ता समय समय पर उन्हें प्रधानमंत्री का प्रबल दावेदार बताने से पीछे नहीं हटते हैं। आज एक बार फिर कुछ ऐसा ही नजारा तब देखने को मिला जब सीएम नीतीश जेडीयू दफ्तर पहुंचे।
जेडीयू प्रदेश कार्यालय में दो दिवसीय बैठक के अंतिम दिन सीएम नीतीश अचानक जेडीयू दफ्तर पहुंच गए। जहां उनके स्वागत में खड़े पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं ने नारेबाजी शुरू कर दी। कार्यकर्ताओं ने नारा लगाया कि, ‘देश का पीएम कैसा हो.. नीतीश कुमार जैसा हो’। इस नारे को सुनकर मुख्यमंत्री भी फूले नहीं समा रहे थे और उनकी खुशी उनके चेहरे से झलक रही थी। मुख्यमंत्री ने गाड़ी के भीतर से ही हाथ हिलाकर नारेबाजी कर रहे कार्यकर्ताओं का अभिवादन स्वीकार किया और मुस्कुराते हुए आगे की तरफ निकल गए।