देश की पहली ट्रांसजेंडर दारोगा के भाई पर जानलेवा हमला, धमकी देते हुए कहा..तुम्हारी बहन ने पूरी सोसाइटी को खराब कर दिया है

देश की पहली ट्रांसजेंडर दारोगा के भाई पर जानलेवा हमला, धमकी देते हुए कहा..तुम्हारी बहन ने पूरी सोसाइटी को खराब कर दिया है

BANKA: बांका जिले के पंजवारा की रहने वाली देश की पहली ट्रांसजेंडर दारोगा मानवी मधु कश्यप के भाई मुनमुन सिंह पर जानलेवा हमला किया गया। घर में घुसकर समाज के ही दर्जनभर लोगों ने उसकी जमकर धुनाई कर दी। पीड़ित ने बताया कि घटना 26 सितंबर की सुबह साढ़े 9 बजे की जब समाज के दस-पन्द्रह लोग जबरन घर में घुसकर इतना मारे कि कान से सुनाई देना बंद हो गया। जब हमने पीटने का कारण पूछा तो कहने लगे कि समाज में अब किसी का ना तो शादी-वियाह नहीं होगा। 


समाज के लोग कहने लगे कि तुम्हारी बहन दारोगा बनके पूरा सोसाइटी को खराब कर दिया है। बहन के चलते अब तुमको जिन्दगी भर मारेंगे। मां-बहन को ताना सुनना पड़ेगा। यहां तक कहा गया कि थाने पर कंप्लेन करने जाओंगे तो और मारेंगे। अपने ऊपर हुए जानलेवा हमले के बाद मुनमुन सिंह ने पंजवारा थाने में 10-15 लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की छानबीन में जुटी है।


पीड़ित मुनमुन सिंह ने अपनी पुस्तैनी जमीन में घर बनवा रहे थे। इसी दौरान दर्जनभर लोग घर में घुसकर मारपीट करने लगे। वही उनकी बहन के बारे में अपशब्द भी बोलने लगे। मुनमुन सिंह को इस दौरान जान से मारने की धमकी दी गयी कहा गया कि तुम्हारी बहन दारोगा बनकर समाज का नाम खराब कर रही है। तुम्हारी बहन के कारण समाज में किसी की शादी नहीं हो रही है। घर आए लोगों ने उनकी बहन के बारे में अभद्र भाषा का प्रयोग किया। हालांकि पुलिस इसे जमीन विवाद बता रही है। पंजवारा थाने के थानाध्यक्ष ने कहा है कि मामला जमीन विवाद से जुड़ा हुआ है दोनों पक्षों की तरफ से थाने में आवेदन देकर केस दर्ज कराया गया है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की छानबीन में जुटी है। 


बता दें कि 9 जुलाई 2024 को दारोगा का रिजल्ट जारी किया गया था। जिसमें तीन ट्रांसजेंडर दारोगा चयनित हुए थे। इनमें दो ट्रांसमेन और एक ट्रांसवुमेन दारोगा बने थे। ट्रांसवुमेन दारोगा मानवी मधु कश्यप चार भाई बहनों में सबसे बड़ी है। पिता के नहीं रहने पर उसने अपने परिवार की जिम्मेदारी अपने कंधों पर उठायी। भाई मुनमुन सिंह बांका में अपने पुस्तैनी जमीन पर रहते हैं। जबकि उनकी दारोगा बहन पिछले 9 साल से कभी गांव नहीं गयी। उसने इंटर और ग्रेजुएशन की पढ़ाई भागलपुर में पूरी की उसके बाद पटना में रहकर दारोगा की तैयारी करने लगी। उसकी इस सफलता में गुरु रहमान सर का बड़ा योगदान है यह बात मधु अक्सर अपने इंटरव्यू में कहती आई है। 


मधु की इस सफलता से समाज के लोग खुश नहीं है। मुनमुन सिंह का भी कहना है कि बहन जब से दारोगा बनीं है समाज के लोग नाराज हैं। बहन को गालियां देते हैं। कहते हैं कि तुम्हारी बहन दारोगा बनकर समाज का नाम खराब कर रही है। तुम्हारी बहन के कारण समाज में किसी की शादी नहीं हो रही है। तुम्हारी बहन दारोगा बनके पूरा सोसाइटी को खराब कर दिया है। बहन के चलते अब तुमको जिन्दगी भर मारेंगे। मां-बहन को ताना सुनना पड़ेगा। यहां तक कहा गया कि थाने पर कंप्लेन करने जाओंगे तो और मारेंगे।