DESK : मंगलवार को देश के 28वें सेना प्रमुख के रुप में जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने पदभार संभाला. लेफ्टिनेंट जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने जनरल बिपिन रावत से सेना प्रमुख का कार्यभार ग्रहण किया. लेफ्टिनेंट जनरल नरवणे अभी तक सेना के उप प्रमुख रहे थे. आर्मी चीफ बनते ही वे दुनिया की सबसे ताकतवर सेनाओं में शामिल 13 लाख थल सैनिकों के मुखिया बन गए हैं .
सरकार ने पहले ही सीडीएस के पद पर जनरल बिपिन रावत को तैनात करने का ऐलान कर दिया है. एमएम नरवणे के पास लंबा सैन्य अनुभव है, उन्होंने जम्मू कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ विशेष अभियान का नेतृत्व किया है. डिफेंस कॉरिडोर के मामले में नरवणे को चीन के मामलों का एक्सपर्ट माना जाता है.
1980 में 7वीं सिख लाइट इन्फेंट्री रेजीमेंट में कमीशन हुए लेफ्टिनेंट जनरल नरवणे जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रीय राइफल्स की बटालियन की जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं. नॉर्थ ईस्ट में असम राइफल्स के इंस्पेक्टर जनरल के तौर पर कार्य करने का अनुभव और अंबाला स्थित खड़क स्ट्राइक कॉर्प्स में भी नरवणे ने अपनी सेवाएं दी हैं.