DESK : तनाव और स्ट्रेस से सभी लोग जूझते हैं और अभी कोरोना काल में जिस तरह लोगों की समस्या बढ़ती दिख रही है, जिस तरह से लोग जॉबलेस (jobless) हो गए हैं ,उनके लाइफस्टाइल में बदलाव आ गया है, सभी की ज़िन्दगी में कई बदलाव देखे गए. यहां तक की कोरोना वायरस महामारी, लॉकडाउन, छंटनी, वेतन में कटौती का प्रभाव खासकर युवाओं में ज्यादा देखा गया है. इस वजह से तनाव, डिप्रेशन, और बेचैनी इस साल की सामान्य समस्या बन गई है.
क्या होता है डिप्रेशन ?
रोगी को भरपूर मात्रा में पानी पीना चाहिए तथा ऐसे फलों और सब्जियों का अधिक सेवन करना चाहिए जिनमें पानी की मात्रा अधिक हो. थोड़ी मात्रा में तनाव या स्ट्रेस होना हमारे जीवन का एक हिस्सा होता है. यह कभी-कभी फायदेमंद भी होता है जैसे, किसी कार्य को करने के लिए हम स्वयं को हल्के दबाव में महसूस करते हैं जिससे कि हम अपने कार्य को अच्छी तरह से कर पाते हैं और कार्य करते वक्त उत्साह भी बना रहता है. परन्तु जब यह तनाव अधिक और अनियंत्रित हो जाता है तो यह हमारे मस्तिष्क और शरीर पर नकारात्मक प्रभाव डालता है और यह कब अवसाद (Depression) में बदल जाता है, व्यक्ति को पता नहीं चलता है.
कैसे पहचाने आप डिप्रेशन के शिकार हैं?
1. डिप्रेशन में लोग हमेशा चिंताग्रस्त रहते हैं.
2. व्यक्ति हमेशा स्वयं उलझन में एवं हारा हुआ महसूस करता है.
3. अवसाद से ग्रस्त व्यक्ति हमेशा उदास रहता है.
4. किसी भी कार्य में ध्यान केंद्रित करने में परेशानी होती है.
5. रोगी हमेशा चिड़चिड़ा रहता है तथा बहुत कम बोलता है.
6. रोगी कोई भी समस्या आने पर बहुत जल्दी हताश हो जाता हैं.
7. हर समय कुछ बुरा होने की आशंका से घिरे रहना.
8. रोगी अस्वस्थ भोजन की ओर ज्यादा आसक्त रहता है.
डिप्रेशन से कैसे बचे ?
1. डिप्रेशन के प्रभाव से बचने के लिए जीवनशैली और आहार में कुछ बदलाव लाने की ज़रूरत होती है.
2. रोगी को भरपूर मात्रा में पानी पीना चाहिए तथा ऐसे फलों और सब्जियों का अधिक सेवन करना चाहिए जिनमें पानी की मात्रा अधिक हो.
3. हमेशा पॉजिटिव वाइब्स वाली जगहों पर रहना चाहिए.
4. अपने भोजन में एवं सलाद के रूप में टमाटर का सेवन करें. टमाटर में लाइकोपीन नाम का एंटी-ऑक्सिडेंट पाया जाता है जो अवसाद से लड़ने में मदद करता है. एक शोध के अनुसार जो लोग सप्ताह में 4-6 बार टमाटर खाते हैं वे सामान्य की तुलना में कम अवसाद ग्रस्त होते हैं.
5. जंक फूड का सेवन पूरी तरह छोड़ दें.
6. अधिक चीनी एवं अधिक नमक का सेवन करने से परहेज करें.
7. मांसाहार और बासी भोजन, कैफीन युक्त पदार्थ जैसे चाय, कॉफी का अधिक सेवन करने से परहेज करना चाहिए.
8. धूम्रपान, मद्यसेवन या किसी भी प्रकार का नशे का सर्वथा त्याग करना चाहिए.