PATNA : दीपावली पर बिहार का मौसम शुष्क हो गया। इसके बाद अब यह धीरे-धीरे ठंड की एंट्री हो रही है। ऐसे में आज सुबह राजधानी में हल्की धुंध नजर आई। मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार, सर्दी आने में अभी थोड़ा वक्त लगेगा। पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के बाद ठंड में वृद्धि होगी। अब पछुआ हवा के कारण न्यूनतम तापमान में गिरावट आएगी।
वहीं,कुछ जगहों पर ठंड का अहसास होने लगा है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले पांच दिनों तक मौसम में कोई विशेष परिवर्तन होने की संभावना नहीं है। दो दिनों बाद सुपौल, अररिया, किशनगंज, मधेपुरा, सहरसा और पूर्णिया में मौसम बिगड़ सकता है। 3 नवंबर को इन जिलों में कुछ जगहों वर्षा हो सकती है। इसी दिन भागलपुर, जमुई और बांका में भी बूंदाबांदी के आसार हैं।
इसके अलावा मौसम में बदलाव के साथ बीमारी का प्रभाव बढ़ा है। इसकी वजह से अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ गई है। सर्दी-खांसी व बुखार के मरीज सर्वाधिक आ रहे हैं। विशेषज्ञ की सलाह है कि सुबह व शाम जब भी घर से निकलें तो शरीर पर गर्म कपड़ा रहना चाहिए। सदर अस्पताल में औसतन 800 से 1000 बीच मरीज आते हैं।
मौसम बदलने से अचानक ठंड ने लोगों को अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया है। ऐसे में सतर्क रहना जरूरी है। सुबह-शाम गर्म कपडे़ पहनने की शुरुआत कर देनी चाहिए, ताकि बीमारियों से बचा जा सके। इन दिनों वायरल, टायफाइड, खांसी, जुकाम, एलर्जी, पेट में दर्द, दस्त आदि बीमारी की संभावना बढ़ जाती है। ठंड के बढ़ने के साथ ही वायु में नमी आने लगती है।
हल्की नम वायु के साथ धुएं व धूल के कण भी सांस नली में चले जाते हैं। जो सांस नली में जम जाते हैं तथा फेफड़ों को प्रभावित करते हैं। इस स्थिति को ब्रोनक्राइटस कहते हैं। इसमें मरीजको छाती में जकड़न, नजला खांसी, बलगम का आना, सांस फूलना, आदि समस्या होने लगती है, इसलिए सावधानी जरूरी है।