BANKA : झारखंड राज्य के देवघर जिला के त्रिकूट पहाड़ पर हुए रोप-वे हादसे के बाद बांका जिला के मंदार स्थिति रोप-पे पर सैलानियां की संख्या में कमी आई हैं. बीते दो दिनों में प्रतिदिन दो सौ लोग रोप-पे के माध्यम से पार्वत के शिखर की ओर पहुंचते थे. लेकिन इस हादसे के बाद इसकी संख्या में गिरावट होनी शुरू हो गई हैं.
हालांकि देवघर में हुई घटना के बाद बांका में प्रशासन सतर्क हो गई हैं. किसी भी प्रकार का कोई बड़ा हादसा ना हो इसके लिए पूरी सतर्कता बरती जा रही हैं. पर भी सैलानी की संख्या में एकाएक कमी आ गई हैं.
जानकारी हो कि बांका के मंदार में बीते वर्ष ही रोप-पे का शुभारम्भ हुआ हैं. सूबे के मुखिया नीतीश कुमार और पर्यटन मंत्री ने इसकी शुरुआत की थी. जबकि इसके लिए मौजूदा विधायक सह पूर्व मंत्री राम नारायण मंडल सहित बांका जिला के तमाम जनप्रतिनिधियों का योगदान रहा हैं. जिससे पर्वत का पर्यटन के रूप में इतना विकास हो पाया हैं.
रोप-पे का शुभारम्भ करते सीएम नीतीश कुमार (फाइल फोटो)
नव वर्ष में सैलानियों का होता है जुटान
बांका के मंदार में नव वर्ष के एक सप्ताह पूर्व से जनवरी का पूरा महीना सैलानियों का जुटान लगा रहता हैं. इस साल जनवरी महीना में पर्वत के शिखर तक जाने के लिए रोप-पे पर लम्बी-लम्बी लाइन लगी रही होती हैं. जबकि रविवार के साथ कोई भी छुट्टी के दिन भी इसकी संख्या में बढ़ी होती हैं. पर देवघर हादसे के बाद सैलानियों में दहशत का माहौल है.