PATNA: दिल्ली विधानसभा चुनाव में पहली दफे बीजेपी के साथ तालमेल कर चुनाव लड़ रहे नीतीश कुमार औंधे मुंह गिरे हैं. नीतीश कुमार की पार्टी के लिए BJP ने दो सीटें छोड़ी थी. मतगणना समाप्ति पर है और JDU के दोनों उम्मीदवारों की करारी हार हो चुकी है.
नीतीश की जनसभाओं का कोई असर नहीं
दिल्ली विधानसभा चुनाव में इस दफे जेडीयू का बीजेपी से तालमेल हुआ था. बीजेपी ने नीतीश कुमार की पार्टी के लिए 2 सीटें छोड़ी थी. BJP ने बुराड़ी और संगम विहार सीटें जेडीयू के लिए छोड़ी थी. अपने प्रत्याशियों के प्रचार के लिए नीतीश कुमार ने दिल्ली में दो दिनों तक कैंप किये रखा था. नीतीश ने बुराड़ी में अमित शाह के साथ तो संगम विहार में बीजेपी के अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ जनसभायें की थीं. इन दोनों सीटों पर बिहारी वोटरों की अच्छी खासी तादाद है. लेकिन मतगणना के शुरूआती रूझान ने ही बता दिया कि नीतीश कुमार की पार्टी की करारी हार होने जा रही है.
हार रहे हैं DM साहब के ससुर
JDU ने बुराड़ी सीट पर बिहार के एक अहम जिले के डीएम के ससुर शैलेंद्र कुमार को टिकट दिया था. दामाद को बिहार के अहम जिले की कमान और ससुर को दिल्ली में विधानसभा का टिकट. जनता ने इसे पूरी तरह रिजेक्ट कर दिया है. बुराड़ी सीट पर काउंटिंग के 10 राउंड हो चुके हैं. कुल 90 हजार वोटों की गिनती हुई है जिसमें आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार संजीव झा को तकरीबन 57 हजार वोट मिल चुके थे. जेडीयू के उम्मीदवार शैलेंद्र कुमार को लभगग 19 हजार वोट मिले हैं. इस सीट पर भारी वोटों से जेडीयू की करारी हार तय है.
JDU को मिली दूसरी सीट संगम विहार की भी यही स्थिति है. हालांकि अंदर की बात ये है कि इस सीट पर जेडीयू के पास अपना कोई मजबूत उम्मीदवार नहीं था. लिहाजा बीजेपी से विधायक रह चुके शिवचरण लाल गुप्ता को जेडीयू का सिंबल दिया गया था. ख़बर लिखे जाने तक वहां तकरीबन एक लाख वोटों की गिनती हो चुकी थी और आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार दिनेश मोहनिया को 63हजार से ज्यादा वोट मिले हैं. जेडीयू के शिवचरण लाल गुप्ता को लगभग 29 हजार वोट मिले हैं. वोट का अंतर इतना ज्यादा है कि जेडीयू उम्मीदवार की करारी हार तय हो चुकी है.