दिल्ली में कांग्रेस ने लगायी हार की शर्मनाक 'हैट्रिक', खाता भी नहीं खुला

दिल्ली में कांग्रेस ने लगायी हार की शर्मनाक 'हैट्रिक', खाता भी नहीं खुला

DELHI: दिल्ली विधानसभा चुनाव के रुझान में आम आदमी पार्टी की सरकार बहुमत हासिल कर चुकी है. आम आदमी पार्टी की आंधी में बीजेपी और कांग्रेस उड़ गई है. पिछले चुनाव की तुलना में बीजेपी का प्रदर्शन बेहतर तो हुआ है, लेकिन पार्टी बहुमत से कोसों दूर है. बात करें कांग्रेस की तो दिल्ली में एक बार फिर से कांग्रेस ने हार की शर्मनाक हैट्रिक लगा ली है.


रुझानों में आम आदमी पार्टी को 58 सीटें मिलती दिख रही हैं, वहीं पिछले विधानसभा चुनाव में तीन सीटें मिलने वाली बीजेपी को 12 सीटें मिलती नजर आ रही हैं. वहीं कांग्रेस को एक बार फिर से दिल्ली में मुंह की खानी पड़ी है. दिल्ली की जनता ने गांधी परिवार को पूरी तरह से रिजेक्ट कर दिया है. पिछले चुनाव की तरह कांग्रेस इस बार भी दिल्ली में अपना खाता भी नहीं खोल पाई है. रुझानों में कांग्रेस को एक भी सीट मिलती नजर नहीं आ रही है.


दिल्ली में लंबे वक्त तक शासन करने वाली कांग्रेस की हालत बेहद खराब है. कांग्रेस की ओर से दिल्ली की जनता को अपने फेवर में करने के लिए ताबड़तोड़ प्रचार भी किया गया था. गांधी परिवार के तीन सदस्य सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने स्टार प्रचारक के तौर पर पार्टी को जिताने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी, लेकिन दिल्ली की जनता ने कांग्रेस को सिरे से नकार दिया. 


साल 2013 के चुनाव में दिल्ली में कांग्रेस को 8 सीटें मिली थी, वहीं साल 2015 में पार्टी खाता भी नहीं खोल पाई थी. साल 2020 के चुनाव में भी कांग्रेस क्लीन बोल्ड होती नजर आ रहा है. कांग्रेस ने इस चुनाव में आरजेडी से तालमेल कर उसके लिए 4 सीटें छोड़ी थी. ये चार सीटें थी बुराड़ी, किराड़ी, पालम और उत्तमनगर. चारों सीटों पर RJD का भी बेहद बुरा हाल है. किसी भी सीट पर RJD की जमानत बचने के दूर-दूर तक आसार नहीं हैं.