DELHI : नागरिकता संशोधन कानून के विरोध और समर्थन के मुद्दे पर शुरू हुई दिल्ली में हिंसा में अब तक 34 लोगों की जान ले ली है। दिल्ली में हुई हिंसा के दौरान तकरीबन 200 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं जिनमें 50 से ज्यादा पुलिसकर्मी भी शामिल है। गुरुवार की सुबह तक मृतकों की संख्या 27 थी लेकिन गंभीर रूप से घायल 7 लोगों की आज मौत होने के बाद आंकड़ा बढ़कर 34 हो गया है।
हालांकि दिल्ली में हालात पहले से नियंत्रण में है लेकिन नॉर्थ दिल्ली के भजनपुरा, गोकुलपुरी, मौजपुर, जाफराबाद और चांदबाग में 3 दिनों तक हुई हिंसा के दौरान कई परिवारों ने अपनों को खो दिया है। हर तरफ उपद्रव के बाद के निशान छूटे पड़े हैं। हिंसा के मामले में पुलिस ने अब तक डेढ़ दर्जन एफआईआर अलग-अलग थानों में दर्ज की है। हिंसा फैलाने के आरोप में अब तक 100 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अन्य आरोपियों की तलाश में पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल बुधवार को दिल्ली की सड़कों पर नजर आए थे। उन्होंने हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा किया था और लोगों से शांति बहाली की अपील भी की थी। डोभाल के एक्शन में आने के बाद दिल्ली के अंदर हालात काबू में आए हैं। सुरक्षा बल लगातार संवेदनशील इलाकों में फ्लैग मार्च कर रहे हैं। बीएसएफ की टुकड़ियों को दिल्ली में तैनात किया गया है। दिल्ली के हालात को लेकर आज एक बार फिर से हाईकोर्ट में सुनवाई होने वाली है। दिल्ली पुलिस आज हाईकोर्ट में यह बताएगी कि हिंसा पर काबू पाने के लिए उसकी तरफ से क्या-क्या कदम उठाए गए हैं।