DELHI : निर्भया गैंगरेप कांड के चारों गुनहगार बचने के लिए एक के बाद एक नया पैंतरा आजमा रहे हैं. इसी क्रम में नया डेथ वारंट जारी होने के बाद निर्भया गैंगरेप कांड का एक गुनहगार पवन कुमार गुप्ता सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया.
पवन के वकील ए. पी. सिंह ने शुक्रवार को उसने दिल्ली हाई कोर्ट के उस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी, जिसमें उसको नाबालिग मानने से इनकार कर दिया गया था. सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की गई अपील में विनय ने उस वक्त खुद के नाबालिग होने की दलील दी है.
विनय के तरफ से दायर की गई याचिका में कहा गया है कि 16 दिसंबर 2012 को जब निर्भया के साथ गैंगरेप हुआ, उस समय वह नाबालिग था. इसके साथ ही उसने अपील की कि तिहाड़ जेल प्रशासन को निर्देश जारी किया जाए, ताकि उसको एक फरवरी को फांसी न दी जाए.