PATNA: बिहार रेजीमेंट सेंटर के हवलदार शहीद सुनील कुमार के परिवार में उनकी मौत की खबर से कोहराम मच गया है। परिवार वालों को रो-रोकर बुरा हाल है। बड़े भाई जिन्होनें छोटे भाई सुनील को अपने बेटे की तरह पाला था वे उनकी शहादत पर गर्व करते हुए फफक पड़ते हैं। उन्होनें कहा कि उनके भाई की शहादत व्यर्थ नहीं जानी चाहिए।
शहीद सुनील कुमार के बड़े भाई अनिल कुमार फफक-फफक कर रो पड़े। भाई सुनील कुमार की शहादत की सूचना के बाद पूरा परिवार सदमे में है। बिहार रेजीमेंट सेंटर के हवलदार सुनील कुमार भारत-चीन सीमा पर गालवान में तैनात थे। सुनील कुमार बिहटा के तारानगर के सिकरिया के रहने वाले थे , वर्तमान में उनका परिवार दानापुर में रह रहा है।
सूचना के बाद पत्नी सदमे में है। घर में कोहराम मच गया है। बड़े भाई अनिल कुमार जो की खुद एक आर्मी जवान हैं उन्होंने बताया की देश के लिए मेरा भाई शहीद हुआ है इस बात का हमें गर्व है। कहते ही वे जार-जार रो पड़ते हैं कहते हैं कि मैनें उसे अपने बेटे की तरह पाला-पोसा बड़ा किया था। मेरे आंखों के सामने वे हमें छोड़ कर चला गया। उन्होनें बताया कि मैनें खुद भाई को पढ़ाया-लिखाया। वह 2002 में इंडियन आर्मी का हिस्सा बनें।
सुनील कुमार अपने पीछे दो बेटा और एक बेटी को छोड़ गये हैं। सुनील कुमार की शहादत की सूचना के बाद उनके घर में संवेदना प्रकट करने वालों का तांता लगा हुआ है।