ब्रेकिंग न्यूज़

पटना में नगर निगम की लापरवाही से खुला मेनहोल बना जानलेवा, नाले में गिरा बच्चा पहली उड़ान बनी आखिरी सफर, सऊदी नौकरी पर निकले युवक ने फ्लाइट में दम तोड़ा, विदेश में नौकरी का सपना रह गया अधूरा जमुई में नक्सलियों की बड़ी साजिश नाकाम, जंगल से 24 सिलेंडर बम बरामद भागलपुर-हंसडीहा मुख्य मार्ग पर भीषण सड़क हादसा, महिला की मौत, 6 की हालत गंभीर Patna News: पटना एयरपोर्ट के लिए जारी हुआ नया आदेश, उल्लंघन किया तो होगी कड़ी कार्रवाई बेगूसराय में टला बड़ा हादसा: चलती ट्रेन के इंजन में लगी आग, यात्रियों ने कूदकर बचायी अपनी जान गांधी सेतु पर ट्रक और पिलर के बीच फंसा बाइक सवार, ट्रैफिक पुलिस ने किया रेस्क्यू AI in election: AI की चालबाज़ी से उलझे बिहार के वोटर! फर्जी कॉल्स-Deepfake से फैला भ्रम, अब चुनाव आयोग कसेगा शिकंजा! प्यार के लिए लड़का बना लड़की, अब पति किन्नर से शादी की जिद पर अड़ा Bihar politics : तेजस्वी ने किया 'महिला संवाद' पर हमला, जदयू का पलटवार...क्या महिलाओं की तरक्की से डरते हैं नेता प्रतिपक्ष?

दलाई लामा आज पहुंचेंगे बोध गया, कोरोना के खतरे के बीच जुटने लगे बौद्ध श्रद्धालु

दलाई लामा आज पहुंचेंगे बोध गया, कोरोना के खतरे के बीच जुटने लगे बौद्ध श्रद्धालु

GAYA : बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा आज यानी गुरुवार को बोधगया आ रहे हैं। बौद्ध धर्म गुरु के प्रवास के दौरान देश-विदेश के करीब 50 हजार से ज्यादा बौद्ध श्रद्धालु जुटेगें। वहीं, दूसरी तरफ चीन में कोरोना से स्थिति भयावह हो चुकी है। दलाई लामा आज से लेकर एक महीने तक बिहार में ही रहेंगे। बौद्ध श्रद्धालुओं के जुटान को लेकर एयरपोर्ट पर भी एहतियात बरती जा रही है। 



दलाई लामा के आगमन को लेकर बोधगया टूरिज्म के लिए बेहद खास माना जा रहा। उनके आने से एक बार फिर शहर श्रद्धालुओं से गुलजार हो जाएगा। बीते तीन सालों से कोविड और लॉकडाउन के कारण टूरिज्म को काफी नुकसान झेलना पड़ा। हालांकि इस बार भी कोरोना का खतरा बढ़ने लगा है जिसको देखते हुए श्रद्धालुओं को  कोरोना के गाइडलाइन्स का पालन करना होगा। 



गया के सिविल सर्जन रंजन सिंह ने बताया है कि देश-विदेश के बौद्ध श्रद्धालुओं का बोधगया में जुटान हो रहा है। विदेशी श्रद्धालु हवाई मार्ग के माध्यम से बोधगया पहुंच रहे हैं। ऐसे में उनकी कोरोना जांच एयरपोर्ट पर ही की जा रही है। रैपिड एंटीजन से कोरोना की जांच की जाती है। वहीं, इसके बाद एहतियात के तहत थर्मल स्क्रीनिंग का भी प्रयोग किया जाता है। अगर किसी विदेशी को फीवर रहा तो उसकी आरटीपीसीआर टेस्ट कराई जाती है। हालांकि हालिया महीनों में आरटीपीसीआर जांच की जरूरत नहीं पड़ी है।