PATNA : छठ महापर्व की शुरुआत हो चुकी है। देश के कई हिस्सों में श्रद्धालु छठ पर्व को धूमधाम से मनाते हैं। बिहार में नहाय-खाय के शुरुआत के साथ ही छठ व्रती भक्ति में डूब गए हैं। छठ पर्व को देखते हुए पूरे बिहार में सुरक्षा के खास इंतजाम किए गए हैं। बिहार में छठ महापर्व को लेकर केंद्रीय सुरक्षा बलों की पांच अतिरिक्त टुकड़ियों की तैनाती की गई है।
सोमवार को मिली जानकारी के अनुसार छठ महापर्व में होने वाली भीड़ को लेकर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की पांच अतिरिक्त टुकडि़यों को सुरक्षा में लगाया गया है। इसके अलावा ढाई हजार प्रशिक्षु सिपाहियों की भी प्रतिनियुक्ति की गई है। सबसे अधिक सुरक्षा बल पटना में लगाया गया है। छठ पर घर आने वाले लोगों की भीड़ को देखते हुए रेलवे स्टेशनों और बस अड्डों पर भी सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं।
इस वर्ष छठ बड़े ही शुभ योग और नक्षत्र में पड़ रहा है। मंगलवार सुबह 8.37 बजे ज्येष्ठा नक्षत्र समाप्त होगा। इसके बाद मूल नक्षत्र शुरू हो रहा है, बुधवार सुबह 10.13 बजे तक रहेगा। मंगलवार सुबह 11.16 बजे से अतिगंड योग समाप्त होकर सुकर्मा योग शुरू होगा। ऐसे में सुबह 11.16 बजे के बाद नहाय-खाय करना बहुत ही शुभ साबित होगा।
इस वर्ष अस्ताचलगामी सूर्य और उदयाचलगामी सूर्य को व्रती एक ही नक्षत्र ‘उत्तराषाढ़ा’ में अर्घ्य देंगे। पंडित प्रेमसागर बताते हैं कि एक ही नक्षत्र में उगते और डूबते सूर्य को अर्घ्य देने का सौभाग्य कई दशकों के बाद व्रतियों को मिला है। यह बेहद शुभ संयोग और कल्याणकारक माना जाता है। व्रती गुरुवार को डूबते सूर्य को सूर्यास्त से आधा-एक घंटा पहले से अर्घ्य देंगे। वहीं शुक्रवार को उगते सूर्य की लालिमा होने के बाद अर्घ्य देंगे।