बिहार : कोरोना से पूर्व सिविल सर्जन की मौत, पटना एम्स में इलाज के दौरान तोड़ा दम

बिहार : कोरोना से पूर्व सिविल सर्जन की मौत, पटना एम्स में इलाज के दौरान तोड़ा दम

PATNA : बिहार में कोरोना महामारी का प्रकोप लगातार जारी है. इस वक्त एक बड़ी खबर सामने आ रही है. कोरोना से गोपालगंज के पूर्व सिविल सर्जन की मौत हो गई है. पटना एम्स में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई है.


बुधवार को गोपालगंज के पूर्व सिविल सर्जन डॉ टीएन सिंह का पटना में कोरोना से मौत हो गई है. पूर्व सीएस डॉ टीएन सिंह की तबीयत ख़राब होने के बाद इन्हें पटना एम्स में भर्ती कराया गया था. जहाँ उनकी हालत बिगड़ती चली गई और देर रात 2 बजे पटना के AIIMS में उनका निधन हो गया. आपको बीता दें कि डॉ टीएन सिंह एक सप्ताह से वेंटिलेटर पर थे.


पिछले दिनों अचानक तबीयत ख़राब होने के बाद उनका इलाज चल रहा था. डॉक्टरों ने उनका कोविड टेस्ट कराया था. जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई. कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद उन्हें बेहतर इलाज के लिए पटना स्थित एम्स में भर्ती कराया गया, जहाँ उन्होंने अपनी आखिरी सांस ली. आपको बता दें कि बिहार में कोरोना संक्रमण का प्रकोप लगातार बढ़ता ही जा रहा है. राज्य में कोरोना ने मंगलवार को सारे रिकार्ड तोड़ दिए. बिहार सरकार की ओर से जारी ताजा आंकड़े के मुताबिक बिहार में कुल 10 हजार 55 नए मरीज मिले. राजधानी पटना, गया, मुजफ्फरपुर, भागलपुर और सारण में जबरदस्त पॉजिटिव केस मिले. 


मंगलवार को बिहार आकार की ओर से जारी ताजा आंकड़े के मुताबिक  पिछले 24 घंटे में कोरोना के कुल 10 हजार 55 नए मरीजों की पहचान की गई. ये आंकड़ा सामने आने के बाद अब तक के सारे रिकार्ड टूट गए. स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि राजधानी पटना में सर्वाधिक 2186 नए पॉजिटिव केस सामने आये. गया जिले का भी इस साल का रिकार्ड टूट गया. वहां कुल 1 हजार 81 नए पॉजिटिव मामले सामने आये. 


राजधानी पटना और गया जिले के अलावा मुजफ्फरपुर, भागलपुर और सारण में जबरदस्त पॉजिटिव केस मिले. मुजफ्फरपुर में 544, सारण में 530 और भागलपुर में 449 मरीज सामने आये. बताया जा रहा है कि बिहार में पिछले 24 घंटे में 1,06,156 टेस्ट किए गए, जिनमें 36,943 आरटीपीसीआर, 66,000 एंटीजन और 2308 ट्रूनेट टेस्ट शामिल हैं.


बिहार सरकार ने दावा किया है कि 24 घंटे में चार टैंकर लिक्विड ऑक्सीजन मिला. पिछले तीन दिनों में पांच टैंकर मिले थे. राज्य में 32 मीट्रिक टन का उत्पादन किया जा रहा है. अगर केंद्र हमें 72 मीट्रिक टन उपलब्ध करा दे तो यहां 103 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का उत्पादन किया जा सकता है. रेमडेसिविर दवा की उपलब्धता को लेकर उन्होंने कहा कि पिछले 24 घंटे में रेमडेसिविर दवा की 1200 डोज मिली है, जिसके आवश्यकता के अनुसार सरकारी और निजी अस्पतालों को अलॉट किया जा रहा है. केंद्र सरकार से 50 डोज डिमांड की गई है.