ब्रेकिंग न्यूज़

Shilpa Shetty: कम उम्र में खाई हजारों ठोकरें, आज इतने सौ करोड़ की हैं मालकिन Manipur Internet ban: मणिपुर में फिर बिगड़े हालात, मैतई नेता की अरेस्टिंग के बाद बवाल; पांच जिलों में इंटरनेट बंद Manipur Internet ban: मणिपुर में फिर बिगड़े हालात, मैतई नेता की अरेस्टिंग के बाद बवाल; पांच जिलों में इंटरनेट बंद Bihar Crime News: गया की बेटी की दिल्ली में हत्या, पति गिरफ्तार BJP National President election : भाजपा का अगला राष्ट्रीय अध्यक्ष कौन होगा? जून में हो सकता है ऐलान,तीन बड़े नाम रेस में! Namo Bharat Rapid Express: 120kmph की गति से लोकल ट्रैक पर फर्राटे मारेगी मेट्रो, आरा से पटना-बक्सर जाना होगा आसान; किराया मात्र इतना Bihar News: बिहार का सबसे बड़ा फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट तैयार, जानिए... कब होगा चालू? Sultanganj Aguwani Bridge: फिर शुरू हुआ सुल्तानगंज-अगुवानी पुल का निर्माण, नए डिजाइन के साथ इतने महीने में होगा तैयार Bihar Crime News: शिवहर में युवक की गोली मारकर हत्या, जांच में जुटी पुलिस Bihar Weather: राज्य में इस दिन से भारी बारिश, IMD ने जारी कर दी चेतावनी

कोरोना से महिला की मौत के बाद दो दिनों तक घऱ में पड़ा था शव, जब अंतिम संस्कार से अपनों ने भी मुंह मोड़ लिया तब जेसीबी से उठायीं गई लाश

1st Bihar Published by: Tahsin Ali Updated Fri, 07 May 2021 01:26:26 PM IST

कोरोना से महिला की मौत के बाद दो दिनों तक घऱ में पड़ा था शव, जब अंतिम संस्कार से अपनों ने भी मुंह मोड़ लिया तब जेसीबी से उठायीं गई लाश

- फ़ोटो

ARARIA: कोरोना का कहर पूरे देश में जारी है। बिहार में भी संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है। आए दिन इस महामारी से लोगों की मौतें हो रही है। वही कई लोग इसके चपेट में आकर बीमार पड़ रहे हैं। विपदा की इस घड़ी में मानवीय संवेदना भी शून्य होती नजर आ रही है। फारबिसगंज की यह घटना इसका उदाहरण है। दरअसल कोरोना से महिला की मौत के बाद दो दिनों तक घऱ में शव यूं ही पड़ा रहा लेकिन अंतिम संस्कार के लिए परिजन सामने नहीं आए। तब सामाजिक कार्यकर्ता की पहल पर इस बात की सूचना पुलिस को दी गयी। जिसके बाद महिला की लाश को जेसीबी के जरीए उठवाया गया फिर उसका अंतिम संस्कार कराया गया। 


कोरोना मरीज की मौत के बाद समाज के अलावे खुद परिवार अब मुंह मोड़ने लगे हैं। लोगों को अपनी जान की चिंता इस कदर है कि कोरोना पॉजिटिव मरीज का शव पिछले दो दिनों से घर में पड़ा रहा लेकिन परिवार का कोई भी सदस्य महिला के अंतिम संस्कार के लिए सामने नहीं आया। यह घटना फारबिसगंज के जुम्मन चौक की है। जहां कमल कुमार की पत्नी राधा देवी कई दिनों से कोरोना से संक्रमित थी और घर में ही रहकर अपना इलाज करवा रही थी। इसी क्रम में दो दिन पूर्व उनकी मौत हो गयी। 


पत्नी की मौत के बाद पति समेत घर के लोगों ने कोरोना की डर से उसका अंतिम संस्कार तक नहीं किया। घर में चार बेटियां और एक मासूम बेटा भी रह रहा था। जब परिवार ने अंतिम संस्कार से मना कर दिया तब मृतका की बेटियों ने समाज के लोगों से गुहार लगाई लेकिन उसे सफलता नहीं मिली।


दो दिनों से लाश घर में रहने की वजह से बदबू आने लगी थी। घर में पड़ी लाश से बदबू पर सामाजिक कार्यकर्ता डिम्पल चौधरी ने इस बात की जानकारी पुलिस और प्रशासन को दी। जिसके बाद वरीय पदाधिकारियों के निर्देश पर नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी ने जेसीबी के साथ कर्मचारियों को भेजा। नगर परिषद के कर्मचारियों ने पीपीई किट पहनकर शव को उठाया और उसे जेसीबी में डाला। शव को जेसीबी के जरीय दाह संस्कार के लिए ले जाया गया। जहां महिला का अंतिम संस्कार कराया गया।