PATNA : कोरोना संकट खत्म होने के बाद ही बिहार में एसटीईटी की परीक्षा होगी. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने बुधवार को पटना हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान कहा कि कोरोना वायरस का प्रकोप थमने और स्थिति सामान्य होते ही एसटीईटी की परीक्षा ली जाएगी हाईकोर्ट ने बोर्ड के इस आश्वासन पर इस मामले को निष्पादित कर दिया.
बता दें कि एसटीईटी की परीक्षा रद्द करनेऔर रिजल्ट पर रोक लगाने को लेकर शिवजी चौरसिया ने रिट याचिका दायक की थी. जिसपर चीफ जस्टिस संजय करोल तथा जस्टिस एस कुमार की खंडपीठ ने बुधवार को इस मसले की सुनवाई की.
बता दें कि बिहार में 8 साल बाद एसटीईटी की परीक्षा का आयोजन किया गया था. 28 जनवरी को दोनों पालियों में इसकी परीक्षा ली गई थी. जिसे पिछले शनिवार को ही रद्द कर दिया गया था. बोर्ड की ओर से बनाई गई जांच समिति की अनुशंसा के बाद परीक्षा रद्द की गई थी. वहीं परीक्षा में गड़बड़ी की आशंका और प्रश्न पत्र सेट करने वाले सेटर की गलती मुख्य वजह है. सेटर पर कार्रवाई के लिए लिखा गया है.
वहीं एनआईओएस से 18 महीने का डीएलएड कोर्स करने वाले बिहार के 2लाख 17 हजार अभ्यर्थियों के शिक्षक बहाली में शामिल होने का रास्ता साफ हो गया है. एनसीटीई ने पटना हाईकोर्ट के आदेश को 5 महीने बाद स्वीकार करने का निर्णय लिया है. जिसे लेकर एनसीटीई ने शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव आरके महाजन को पत्र लिखा है. वहीं केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने इस फैसले की जानकारी दी है. मंत्री ने बताया कि डीएलएड पर पटना हाई कोर्ट के निर्णय को एनसीटीई ने स्वीकार कर लिया है.