ब्रेकिंग न्यूज़

Nitish Kumar Pension : नीतीश कुमार की पेंशन कितनी होगी? 10 बार सीएम बनने पर जानें कितना बढ़ जाएगा लाभ Bihar Bhumi Update: ऑनलाइन सेवाओं में अनदेखी पर राजस्व विभाग ने जारी की चेतावनी, हो सकता है निलंबन Bihar News: बिहार में प्रदूषण बढा रहा लोगों की मुश्किलें, इन जिलों की हालत सबसे खराब Bihar Politcis: नीतीश सरकार में 9 पद खाली, किस पार्टी को मिलेगा कितना हिस्सा? Nitish Kumar: 19 साल 115 दिन का रिकॉर्ड, देश के पहले नेता बने नीतीश कुमार; जिन्होंने 10 बार ली मुख्यमंत्री पद की शपथ निशांत ने पैर छूकर पापा से लिया आशीर्वाद, कहा..पिताजी पूरी तरह फिट हैं, जनता से किये सभी वादे पूरा करेंगे Bihar News: बिहार के युवाओं के पास विदेश में नौकरी करने का मौका, इस दिन तक कर सकते हैं आवेदन 10वीं बार CM बनने पर नीतीश कुमार को तेज प्रताप यादव ने दी बधाई, बेरोजगारी और पलायन पर क्या बोले जानिये? घरेलू विवाद में छोटे भाई ने बड़े भाई की चाकू मारकर की हत्या, इलाके में सनसनी Patna Crime News: पटना में भतीजे ने दिव्यांग चाचा को उतारा मौत के घाट, स्थानीय लोगों ने आरोपी को दबोच किया पुलिस के हवाले

कोरोना संकट खत्म होते ही STET, एनसीटीई ने डीएलएड अभ्यर्थियों को दी राहत

1st Bihar Published by: Updated Thu, 21 May 2020 07:53:18 AM IST

कोरोना संकट खत्म होते ही STET, एनसीटीई ने डीएलएड अभ्यर्थियों को दी राहत

- फ़ोटो

PATNA : कोरोना संकट खत्म होने के बाद ही बिहार में एसटीईटी की परीक्षा होगी. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने बुधवार को पटना हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान कहा कि कोरोना वायरस का प्रकोप थमने और स्थिति सामान्य होते ही एसटीईटी की परीक्षा ली जाएगी हाईकोर्ट ने बोर्ड के इस आश्वासन पर इस मामले को निष्पादित कर दिया.

बता दें कि एसटीईटी की परीक्षा रद्द करनेऔर रिजल्ट पर रोक लगाने को लेकर शिवजी चौरसिया ने रिट याचिका दायक की थी. जिसपर चीफ जस्टिस संजय करोल तथा  जस्टिस एस कुमार की खंडपीठ ने बुधवार को इस मसले की सुनवाई की.

 बता दें कि बिहार में 8 साल बाद एसटीईटी की परीक्षा का आयोजन किया गया था. 28 जनवरी को दोनों पालियों में इसकी परीक्षा ली गई थी.  जिसे पिछले शनिवार को ही रद्द कर दिया गया था. बोर्ड की ओर से बनाई गई जांच समिति की अनुशंसा के बाद परीक्षा रद्द की गई थी. वहीं परीक्षा में गड़बड़ी की आशंका और प्रश्न पत्र सेट करने वाले सेटर की गलती मुख्य वजह है. सेटर पर कार्रवाई के लिए लिखा गया है.  

वहीं  एनआईओएस से 18 महीने का डीएलएड कोर्स करने वाले बिहार के 2लाख 17 हजार अभ्यर्थियों के शिक्षक बहाली में शामिल होने का रास्ता साफ हो गया है.  एनसीटीई  ने पटना हाईकोर्ट के आदेश को 5 महीने बाद स्वीकार करने का निर्णय लिया है. जिसे लेकर एनसीटीई ने शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव आरके महाजन को पत्र लिखा है. वहीं  केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने इस फैसले की जानकारी दी है.  मंत्री ने बताया कि डीएलएड पर पटना हाई कोर्ट के निर्णय को एनसीटीई ने स्वीकार कर लिया है.