Khan Sir: स्वतंत्रता दिवस समारोह के बीच पटना के इस थाने में क्यों पहुंच गए खान सर? होने लगी यह चर्चा Khan Sir: स्वतंत्रता दिवस समारोह के बीच पटना के इस थाने में क्यों पहुंच गए खान सर? होने लगी यह चर्चा Bihar Crime News: बिहार में लापता कोचिंग टीचर का शव मिलने से सनसनी, परिजनों ने जताई हत्या की आशंका Bihar Crime News: बिहार में लापता कोचिंग टीचर का शव मिलने से सनसनी, परिजनों ने जताई हत्या की आशंका Patna Crime News: पटना में PMCH के ट्रॉली ठेकेदार की चाकू मारकर हत्या, पुरानी रंजिश में वारदात को अंजाम देने की आशंका Patna Crime News: पटना में PMCH के ट्रॉली ठेकेदार की चाकू मारकर हत्या, पुरानी रंजिश में वारदात को अंजाम देने की आशंका Bihar News: बिहार में सरकारी चावल की कालाबाजारी, गोदाम से 350 मीट्रिक टन चावल गायब; बोरियों में निकलीं ईंटें Bihar Politics: ‘अफीम की खेती करते हैं, उनको सांसद नहीं मानता’ गोपाल मंडल का JDU सांसद अजय मंडल पर नया आरोप Bihar Politics: ‘अफीम की खेती करते हैं, उनको सांसद नहीं मानता’ गोपाल मंडल का JDU सांसद अजय मंडल पर नया आरोप India Missile Test: ब्रह्मोस से भी खतरनाक मिसाइल टेस्ट करने जा रहा भारत, दुनिया भर के लिए चेतावनी जारी..
1st Bihar Published by: Updated Wed, 30 Sep 2020 02:01:01 PM IST
- फ़ोटो
DESK : कोरोना महामारी से हम अभी तक निजात भी नहीं पा सके थे कि देश ने एक और नई बीमारी ने दस्तक दे दी है. कांगो बुखार की ये बीमारी भी इंसानों में जानवरों से फैलता है, जो जान लेवा साबित होती है. गुजरात के कुछ इलाके में जानवरों में इस बुखार के लक्षण देखने मिला हैं. जिसके बाद प्रसाशन ने अलर्ट जारी कर दिया है. महाराष्ट्र के पालघर इलाके में भी अलर्ट जारी किया गया है.
कांगो बुखार का पूरा नाम राइमियन कांगो हेमोरेजिक फीवर (सीसीएफएफ) है. इंसानों के लिए घातक राइमियन कांगो हैमरेज फीवर जानवरों से इंसानों में फैलता है. इस वजह से तमाम मीट और पॉल्ट्री विक्रेताओं को कांगो बुखार को लेकर सावधान रहने की नसीहत दी है. इतना ही नहीं पालघर के कलेक्टर डॉ मानेक गुरसाले ने गुजरात सीमा से महाराष्ट्र में आने वाले पशुओं पर रोक लगा दी है.
बीमारी के प्रसार को रोकने के लिए सभी मीट विक्रेताओं को हाइजीन और साफ सफाई रखने का विशेष निर्देश दिया गया है. सावधानी के साथ बिक्री के वक्त हाथ में ग्लव्स और मास्क पहने रहना भी अनिवार्य कर दिया है. गुजरात से किसी भी मार्ग से महाराष्ट्र आए जानवरों की जांच करने का आदेश दिया गया है.
जानवरों के डॉक्टर और हसबेंड्री विभाग के डिप्टी कमिश्नर डॉ पी डी कांबले ने बताया कि अगर समय रहते इसका पता नहीं लगाया गया और इलाज की व्यापक व्यवस्था नहीं की गई तो करीब एक तिहाई रोगियों की मौत हो सकती है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक इस बीमारी में मृत्यु दर 10 से 40 फीसदी तक है और इसकी अभी तक कोई वैक्सीन भी नहीं है.