ब्रेकिंग न्यूज़

Asia Cup 2025: बिहार आएगी पाकिस्तान की हॉकी टीम, बुक हुए राजगीर के सारे होटल; सुरक्षा के कड़े इंतजाम IAS in Bihar: बिहारियों में IAS बनने का क्यों होता है जुनून? जानिए... इसके पीछे का ऐतिहासिक कारण Shubman Gill: सचिन से लेकर विराट तक.. टूटा सबका कीर्तिमान, 269 रनों की पारी खेल गिल ने बनाए 10 ऐतिहासिक रिकॉर्ड Bihar Rain Alert: आज बिहार के इन जिलों में भारी बारिश की संभावना, आंधी-तूफ़ान को लेकर IMD की विशेष चेतावनी जारी BIHAR: सीतामढ़ी में इंटर छात्र को सिर में गोली, हालत नाजुक, आपसी विवाद में चली गोली BIHAR: आर्थिक तंगी और बीमारी से परेशान पूर्व मुखिया ने पत्नी की गोली मारकर की हत्या, फिर खुद को भी मारी गोली Bihar News: बिहार को जल्द मिलेगा चौथा एयरपोर्ट, विधानसभा चुनाव से पहले पूर्णिया हवाई अड्डा से उड़ान भरने की तैयारी Bihar News: पटना को एक नई स्वास्थ्य सुविधा की सौगात, राज्यपाल ने मौर्या सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल का किया उद्घाटन Bihar Crime News: लंबे समय से फरार हार्डकोर महिला नक्सली अरेस्ट, पुलिस और बिहार STF का एक्शन Bihar Crime News: लंबे समय से फरार हार्डकोर महिला नक्सली अरेस्ट, पुलिस और बिहार STF का एक्शन

कोरोना से भी खतरनाक मारबर्ग वायरस का पहला केस मिला, नए वायरस से मृत्यु दर 88 फीसदी

1st Bihar Published by: Updated Tue, 10 Aug 2021 09:46:32 AM IST

कोरोना से भी खतरनाक मारबर्ग वायरस का पहला केस मिला, नए वायरस से मृत्यु दर 88 फीसदी

- फ़ोटो

DESK : कोरोना महामारी से जूझ रही दुनिया के सामने अब नया संकट पैदा हो गया है। कोरोना वायरस से कई गुना ज्यादा खतरनाक जानलेवा मारबर्ग वायरस का पहला केस सामने आया है। इस खतरनाक वायरस से होने वाली मौत का प्रतिशत 88 फीसदी है। दुनिया में सबसे खतरनाक वायरस के तौर पर मारबर्ग वायरस की पहचान की जाती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्ल्यूएचओ ने मारबर्ग वायरस के फैलने की जानकारी दी है।


मारबर्ग वायरस का पहला केस पश्चिमी अफ्रीकी देश गिनी में सामने आया है। डब्ल्यूएचओ ने जो जानकारी दी है उसके मुताबिक के पश्चिमी अफ्रीका में मारबर्ग वायरस का पहला मामला सामने आया है। यह एक जानलेवा वायरस है जो इबोला से संबंधित है और कोरोना की तरह जानवरों से इंसानों में आया है। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक मारबर्ग वायरस से जिन लोगों में फैलता है उनमें 100 में से 88 फ़ीसदी मामलों में इस वायरस से पीड़ित मरीज की मौत हो जाती है।


डब्ल्यूएचओ की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक 2 अगस्त को इस वायरस से पीड़ित एक शख्स की मौत गिनी में हो गई। दक्षिणी गुएकेन्डो में मरीज की मौत हुई है। उसी के नमूनों में वायरस को पाया गया है। वायरस से मरने के बाद जब मरीज का पोस्टमार्टम कराया गया तो उसमें ही इबोला की पुष्टि नहीं हुई बल्कि मारबर्ग वायरस मिला। मारबर्ग वायरस के मिलने के बाद दुनिया भर में हड़कंप मच गया है। अफ्रीकी देशों से यह वायरस से दूसरे जगह ट्रांजिट ना हो इसके लिए डब्ल्यूएचओ एहतियाती कदम उठाने जा रहा है। अगर यह वायरस से दुनिया के और हिस्सों में फैला तो कोरोना से ज्यादा तबाही ला सकता है।