PATNA : भीषणतम त्रासदी से जूझ रहे बिहार में सत्ता में बैठे दल अपनी डफली अपना राग छेड़ने में लगे हैं. जब सरकार को साथ मिलकर जनता को बचाने के लिए सब कुछ झोंक देना चाहिये तो बीजेपी कोटे के मंत्रियों ने अलग बैठक की. पार्टी नेतृत्व ने उन्हें कोरोना को लेकर काम करने का अलग से टास्क दिया है.
बीजेपी कोटे के मंत्रियों की बैठक
मंगलवार की देर शाम बीजेपी कोटे के मंत्रियों की अलग से वर्चुअल बैठक हुई. मंत्रियों को टास्क देने के लिए प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल मौजूद थे. उन्होंने बिहार सरकार में शामिल बीजेपी के मंत्रियों से पहले तो हालात की जानकारी ली औऱ फिर उन्हें क्या करना है ये फऱमान जारी किया. ट्विटर पर संजय जायसवाल ने खुद लिखा
“आज बिहार सरकार में बीजेपी के सभी मंत्रियों के साथ विस्तृत चर्चा हुई. कोरोना पर रोकथाम औऱ नियंत्रण के लिए सभी मंत्री अपने गृह जिले और जिस जिले के प्रभारी हैं वहां के अधिकारियों के साथ मिलकर अस्पतालों में होने वाली समस्याओँ का निदान निकालेंगे.”
वैसे इस ट्विट में सिर्फ उन्हीं बातों का जिक्र किया गया जो बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल आम लोगों को बताना चाह रहे थे. बीजेपी सूत्रों के मुताबिक अपनी पार्टी के सभी मंत्रियों को खास टास्क दिया गया. उन्हें कहा गया कि वे अपनी मुस्तैदी ऐसे दिखायें जिससे जनता में मैसेज जाये कि बीजेपी के नेता तत्पर हैं.
बीजेपी सूत्रों के मुताबिक पार्टी के मंत्रियों से कहा गया है कि वे अपने दल के कार्यकर्ताओं-नेताओं की बात सुनें औऱ उनकी शिकायतों को दूर करने की पूरी कोशिश करें. उन्हें पार्टी संगठन से तालमेल बना कर चलने औऱ पार्टी के वर्कर से फीडबैक लेकर काम करने की भी नसीहत दी गयी. वहीं स्वास्थ्य विभाग के मंत्री मंगल पांडेय को निर्देश मिला कि वे बीजेपी के मंत्रियों की मांग पर तत्काल एक्शन लें. ऐसा न हो कि बीजेपी के प्रभाव वाले इलाके में सरकारी मदद पहुंचने में परेशानी हो.
अपनी डफली अपना राग
सवाल ये है कि इस भीषण महामारी के दौर में जब पूरी सरकार को एकजुट होकर सब कुछ झोंक देने की जरूरत थी तो बीजेपी को अलग से अपनी पार्टी के मंत्रियों की बैठक करने की क्या जरूरत आ पडी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी सरकार के मंत्रियों के साथ बैठक की है. कैबिनेट की बैठक के दौरान भी मुख्यमंत्री अपने मंत्रियों को दिशा निर्देश देते रहे हैं. लेकिन अगर बीजेपी औऱ जेडीयू अलग अलग अपने मंत्रियों की बैठक करने लगे तो फिर सरकार का क्या हाल होगा.