MUZAFFARPUR: केंद्रीय गृह मत्री अमित शाह के दौरे से पहले बिहार का सियासी पारा चरम पर पहुंच गया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार पश्चिम चंपारण में विशान जनसभा को संबोधित करेंगे। उधर, शाह की रैली को टक्कर देने के लिए पूर्णिया में महागठबंधन की रैली आयोजित की जाएगी। इस रैली में कांग्रेस की उपेक्षा को लेकर बीजेपी ने तंज किया है। बीजेपी सांसद और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तीखा हमला बोला है। सुशील मोदी ने कहा है कि नीतीश कुमार कांग्रेस की उस उपेक्षा का बदला लिया है, जब नीतीश और लालू विपक्षी एकता को लेकर सोनिया गांधी से मुलाकात करने दिल्ली पहुंचे थे और सोनिया गांधी ने उन्हें भाव नहीं दिया था।
सुशील मोदी ने कल पूर्णिया में होने वाली महागठबंधन की रैली को लेकर कहा कि महागठबंधन के सभी दल एक होकर बीजीपी का कुछ बिगाड़ नहीं सकते हैं। कुढनी में सभी दल एक हो गए लेकिन चुनाव नहीं जीत पाए। महागठबंधन का मुकाबला करने के लिए बीजेपी अकेले ही काफी है। पूर्णिया में महागठबंधन की जो रैली हो रही है वह बीजेपी को चुनौती नहीं बल्कि ओवैसी को चुनौती है। पूर्वांचल के इलाके में मुस्लिम वोटर्स की संख्या अधिक है, पिछली बार मुस्लिम मतदाताओं ने एमआईएमआईएम को वोट दे दिया था। मुस्लिम मतदाताओं को रिझाने के लिए यह रैली की जा रही है।
सुशील मोदी ने कहा है कि इस रैली में जान-बूझकर कांग्रेस की उपेक्षा की जा रही है। रायपुर में कांग्रेस का तीन दिवसीय अधिवेशन है ऐसे में कांग्रेस का कोई बड़ा नेता इस रैली में शामिल नहीं होने जा रहा है। सोची समझी रणनीति के तरह रैली की तारीख 25 फरवरी रखी गई है ताकि कांग्रेस का कोई बड़ा नेता इस रैली में शामिल नहीं हो सके। नीतीश कुमार जब लालू के साथ सोनिया गांधी से मिलने के लिए दिल्ली गए थे तब कांग्रेस ने उनकी उपेक्षा की जिसका नतीजा रहा कि नीतीश कांग्रेस की भारत जोड़ों यात्रा में शामिल नहीं हुए। नीतीश न तो खुद गए और ना ही अपनी पार्टी के लोगों को ही जाने दिया। नीतीश कुमार और आरजेडी के लोगों को यह अच्छी तरह से पता था कि 25 फरवरी को कांग्रेस का अधिवेशन होने वाला है। ये लोग अपने वजूद को बचाने के लिए रैली कर रहे हैं।